इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी उत्सव : सुबह से ही उमड़ी भक्तों की भीड़, सुरक्षा के लिए पांडव सेना तैनात

सुबह से ही उमड़ी भक्तों की भीड़, सुरक्षा के लिए पांडव सेना तैनात
UPT | इस्कॉन मंदिर में राधा-कृष्ण की पूजा करते पुजारी।

Aug 26, 2024 17:25

जन्माष्टमी पर प्रयागराज के यमुना किनारे स्थित इस्कॉन मंदिर में कृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर इस बार राधा कृष्ण की 5 लाख की पोशाक से शृंगार किया जाएगा।

Aug 26, 2024 17:25

Short Highlights
  • कृष्ण जन्मोत्सव के कार्यक्रम इस्कॉन मंदिर में 24 अगस्त से शुरू हुए थे और 27 अगस्त तक चलेंगे  
  • राधा-कृष्ण के लिए शिफॉन के कपड़े में मोती और रत्नों से बनी पोशाक तैयार की गई 
Prayagraj News : प्रयागराज में इस वर्ष जन्माष्टमी का पर्व बड़ी धूमधाम और भक्तिभाव के साथ मनाया जा रहा है। संगम नगरी में यमुना के किनारे स्थित इस्कॉन मंदिर में विशेष रूप से कृष्ण जन्मोत्सव की तैयारियां की गई हैं। इस्कॉन मंदिर में इस बार राधा-कृष्ण की सुरक्षा और मंदिर की व्यवस्था के लिए पांडव सेना तैनात की जा रही है। इसके साथ ही, राधा-कृष्ण के लिए वृंदावन से विशेष रूप से रत्नजड़ित वस्त्र मंगवाए गए हैं, जिनकी कीमत 4.5 लाख से 5 लाख रुपये के बीच है। मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है, और सभी भक्त अपने-अपने तरीके से कृष्ण जन्मोत्सव मना रहे हैं।

पांडव सेना करेगी सुरक्षा
इस वर्ष इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी पर्व की तैयारियों के तहत पांडव सेना तैनात की जा रही है। इस्कॉन मंदिर के प्रभारी जय प्रकाश जी ने बताया कि इस बार पांडव सेना की तैनाती के लिए 100 से अधिक वॉलंटियर्स का चयन किया गया है। इन वॉलंटियर्स को 23 अगस्त तक तैयार कर लिया गया था। पांडव सेना का मुख्य काम मंदिर के अंदर और बाहर की सुरक्षा व्यवस्था संभालना होगा। इसके अलावा, ये वॉलंटियर्स भीड़ नियंत्रण, प्रसाद वितरण, और श्रद्धालुओं की सुरक्षा जैसी जिम्मेदारियों का भी निर्वहन करेंगे। पांडव सेना चार दिनों तक चलने वाले इस जन्माष्टमी पर्व के दौरान पूरी सक्रियता से अपनी जिम्मेदारी निभाएगी।

रत्न जड़ित पोशाकों से सजेंगीं राधा-कृष्ण की मूर्तियां
इस वर्ष जन्माष्टमी पर राधा-कृष्ण की विशेष रत्नजड़ित पोशाकें वृंदावन के कुशल कारीगरों द्वारा तैयार की गई हैं। ये पोशाकें शिफॉन के कपड़े से बनाई गई हैं और इनमें मोती और रत्नों का विशेष रूप से प्रयोग किया गया है। जय प्रकाश जी ने बताया कि इन दो वस्त्रों की कुल कीमत 4.5 लाख से 5 लाख रुपये के बीच आई है। ये विशेष पोशाकें 26 अगस्त को जन्माष्टमी के दिन और 10 सितंबर को पड़ने वाली राधाष्टमी के दिन भगवान को पहनाई जाएंगी।

21 कलश जल से होगा अभिषेक
इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी का पर्व 24 अगस्त से ही मनाया जा रहा है, और यह उत्सव 27 अगस्त तक चलेगा। आज के दिन विशेष रूप से राधा-कृष्ण की मूर्तियों का 21 कलश जल से अभिषेक किया जाएगा। इसके बाद भगवान का श्रृंगार घी, दूध, दही, और शहद से किया जाएगा। 27 अगस्त को इस्कॉन के संस्थापक श्रील प्रभुपाद जी का 128वां जन्मदिन भी व्यास पूजा के रूप में मनाया जाएगा। इस तरह, जन्माष्टमी का पर्व इस्कॉन मंदिर में अत्यंत श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है, जहां भक्त भगवान के प्रति अपनी आस्था और प्रेम प्रकट कर रहे हैं।
 

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