उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में रामकथा के दौरान भागवत गीता के अपमान का मामला सामने आया है। यहां कुछ असामाजिक तत्वों ने धार्मिक पुस्तक फाड़ दी। इसकी जानकारी जैसे ही हिंदूवादी संगठनों को हुई, उन्होंने हंगामा कर दिया।
रामकथा के दौरान फाड़ी गई धार्मिक पुस्तक : 24 घंटे के अंदर गिरफ्तारी की मांग, हिंदू संगठनों ने दी प्रदर्शन की चेतावनी
Oct 05, 2024 21:31
Oct 05, 2024 21:31
- रामकथा के दौरान फाड़ी गई धार्मिक पुस्तक
- 24 घंटे के अंदर गिरफ्तारी की मांग
- मिशनरी से जुड़े लोगों पर आरोप
जानिए क्या है पूरा मामला
ये पूरा मामला कौशांबी के संदीपन घाट थाना क्षेत्र के बड़ेगांव का है। यहां नवरात्रि के पंडाल में राम कथा चल रही थी। कथा वाचक प्रवीण कृष्ण दीक्षित भक्तों को राम कथा सुना रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुछ लोगों ने धार्मिक किताब को फाड़ दिया और मौके से फरार हो गए। इस घटना के बाद वहां हंगामा मच गया। हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता इकट्ठा होने लगे।
मिशनरी से जुड़े लोगों पर आरोप
हिंदू संगठनों का आरोप है कि ईसाई मिशनरी से जुड़े कुछ लोगों ने भागवत गीता का अपमान किया है। कथा वाचक प्रवीण कृष्ण दीक्षित ने कहा कि जब तक आरोपियों पर कार्रवाई नहीं होगी, वह राम कथा का पाठ नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी आस्था को ठेस पहुंचाई गई है। इस घटना के बाद से ग्रामीणों ने भी आक्रोश है। उन्होंने भी आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
उग्र प्रदर्शन की चेतावनी
हिंदू संगठनों ने पुलिस ने 24 घंटे के अंदर गिरफ्तारी की मांग की है। उनका कहना है कि अगर 24 घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वह सड़क पर उतरकर उग्र प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे। विश्व हिंदू परिषद के सहमंत्री वेद प्रकाश सत्यार्थी ने इस घटना पर कड़ा ऐतराज जताया है। हालांकि इस संबंध में पुलिस अधिकारियों की तरफ से कोई भी बयान सामने नहीं आया है।
यह भी पढ़ें- अमेठी हत्याकांड में नया ट्विस्ट : आरोपी चंदन वर्मा पुलिस एनकाउंटर में जख्मी, जानिए अचानक क्या हुआ?
यह भी पढ़ें- एक्शन मोड में NIA : UP समेत 4 राज्यों में छापेमारी, टेरर फंडिंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई