प्रयागराज में भाजपा नेता मनोज पासी को थाने में पिटाई का मामला सामने आया, जिसके बाद पुलिस कमिश्नर ने कड़ी कार्रवाई करते हुए तीन दरोगा और एक हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया...
थाने में BJP नेता की पिटाई : तीन दरोगा समेत 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड, अखिलेश बोले- क्या 'मनोज पासी' नाम होने की वजह से पीटा
Jan 16, 2025 13:10
Jan 16, 2025 13:10
थाने में पुलिस ने की मारपीट
मनोज पासी बुधवार को थाने गए और पुलिसकर्मियों से काम फिर से शुरू करवाने की मांग की। आरोप है कि पुलिसकर्मी इस पर भड़क गए और उन्होंने मनोज की पिटाई की, जिससे वह बेहोश हो गए। पिटाई के बाद जब मनोज को होश आया, तो उन्होंने थाने के बाहर खड़े होकर अपनी चोटें दिखाई और शर्ट उतार दी।
अखिलेश यादव ने लगाया आरोप
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि क्या केवल इसलिए एक व्यक्ति को बुरी तरह पीटा गया क्योंकि उसका नाम 'मनोज पासी' है? उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में पीडीए समाज के लोग हमेशा भाजपा की प्रभुत्ववादी सोच का शिकार होते हैं, चाहे वह सत्ताधारी दल के साथ हों या नहीं।
प्रयागराज के झूँसी में उप्र की प्रभुत्ववादी पुलिस ने क्या केवल इसलिए एक व्यक्ति को बुरी तरह पीटा क्योंकि उसका नाम ‘मनोज पासी’ है।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 16, 2025
उप्र में पीडीए समाज का व्यक्ति हमेशा ही भाजपा की प्रभुत्ववादी सोच का शिकार होगा, चाहे वह सत्ताघारी दल के साथ हो, तब भी।
पीडीए की यही पुकार, अब नहीं… pic.twitter.com/Bve6DmutS0
भाजपा नेता की पत्नी ने की शिकायत
मनोज की पत्नी सन्नो ने इस मामले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ पुलिस कमिश्नर को प्रार्थना पत्र दिया। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज किया और डीसीपी सिटी अभिषेक भारती ने मामले की जांच का आदेश दिया। देर रात उन्होंने पुलिस कमिश्नर को अपनी रिपोर्ट सौंपी और इसके बाद पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
जमीन की रजिस्ट्री का काम रोका
मनोज ने बताया कि उनका छोटा भाई रोशन लाल गंगादीप कॉलोनी में जमीन की रजिस्ट्री करवा रहा था और बाउंड्री बनवा रहे थे। इसी दौरान रहिमापुर निवासी रामा ने पुलिस में शिकायत कर दी, जिससे काम रुकवाना पड़ा। मनोज के अनुसार, जब वह थाने गए और काम शुरू करने की बात की, तो पुलिसकर्मियों ने उनसे अभद्रता की और उन्हें गालियां दीं, जिसके बाद उनकी पिटाई की गई।
कई पुलिसकर्मी थे मौजूद
मनोज ने कहा कि उनकी पिटाई के दौरान कई पुलिसकर्मी मौजूद थे, जिनमें उपेंद्र प्रताप सिंह भी शामिल थे। पुलिसकर्मियों ने उन्हें लात-घूसों से मारा और जूतों से भी पीटा। इसके अलावा, उनके बाल भी उखाड़ लिए गए। बेहोश होने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें होश आया।
धरने पर बैठे भाजपा कार्यकर्ता
भाजपा नेता की पिटाई की खबर फैलते ही भाजपा कार्यकर्ता थाने के बाहर धरने पर बैठ गए। भाजपा महामंत्री रमेश पासी और अनुसूचित मोर्चा के अध्यक्ष राजेश सोनकर भी वहां पहुंचे। मौके पर डीसीपी सिटी अभिषेक भारती ने जाकर कार्यकर्ताओं को कार्रवाई का आश्वासन दिया और स्थिति को शांत किया। मामला पुलिस कमिश्नर तक पहुंचने के बाद पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई।
पहली बार नहीं हई ऐसी घटना
यह घटना पहली बार नहीं थी जब प्रयागराज में भाजपा नेता के साथ पुलिसकर्मियों ने मारपीट की। 26 दिसंबर को भी भाजपा के प्रीतमनगर मंडल अध्यक्ष संजय कुशवाहा को धूमनगंज थाने में पीटा गया था। इस मामले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई थी और तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया था, जबकि बाकी के खिलाफ जांच की प्रक्रिया शुरू की गई थी।
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