महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर संगम तट पर 12 किलोमीटर क्षेत्र में स्नान के लिए घाटों का निर्माण पूरा कर लिया गया है, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयागराज दौरे से पहले सभी घाटों पर...
महाकुम्भ 2025 : सीएम योगी के दौरे से पहले तैयारी जोरों पर, 12 किमी में स्नान के लिए तैयार घाट
Jan 08, 2025 18:58
Jan 08, 2025 18:58
निर्माण और सुरक्षा कार्यों को और तेजी
महाकुम्भ के उप मेला अधिकारी अभिनव पाठक ने बताया कि 12 किलोमीटर के क्षेत्र में सफाई व्यवस्था और घाटों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। संगम क्षेत्र के प्रमुख घाटों को नए सिरे से विकसित किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दौरे को देखते हुए सफाई, निर्माण और सुरक्षा कार्यों को और तेजी से पूरा किया गया है।
प्रमुख घाटों का निर्माण और सुविधाएं
महाकुंभ 2025 के दौरान संगम तट पर गंगा और यमुना के किनारे सात पक्के घाट बनाए गए हैं, जो श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों के लिए तैयार किए गए हैं।
- दशाश्वमेध घाट (गंगा नदी) : यह घाट 110 मीटर लंबा और 95 मीटर चौड़ा होगा। इसमें सिटिंग प्लाजा, चेंजिंग केबिन, पार्किंग, यज्ञशाला, आरती स्थल और मेडिटेशन सेंटर जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
- किला घाट (यमुना नदी) : संगम के पास स्थित इस घाट की लंबाई 60 मीटर और चौड़ाई 70 मीटर होगी, जो भारी भीड़ को संभालने के लिए तैयार किया जा रहा है।
- सरस्वती घाट (यमुना नदी) : 30 मीटर लंबा और 60 मीटर चौड़ा यह घाट स्नान और अन्य गतिविधियों के लिए उपयोगी होगा।
- मोरी घाट (यमुना नदी) : 30 मीटर लंबा और 60 मीटर चौड़ा यह घाट यमुना नदी के किनारे स्थित होगा।
- काली घाट (गंगा नदी) : यह घाट 30 मीटर लंबा और 60 मीटर चौड़ा है और अंत्येष्टि स्थल के पास स्थित है।
- छतनाग घाट (गंगा नदी) : यह घाट 30 मीटर लंबा और 60 मीटर चौड़ा गंगा के बाएं किनारे पर स्थित होगा।
- महेवा घाट (यमुना नदी) : भैरव मंदिर के पास स्थित इस घाट की लंबाई 30 मीटर और चौड़ाई 60 मीटर होगी।
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा और सफाई के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं :
- महिलाओं की सुरक्षा के लिए चेंजिंग रूम : सभी घाटों पर महिलाओं के लिए अलग से चेंजिंग रूम बनाए गए हैं।
- प्रतीक चिन्ह और सिंबल : हर घाट पर अलग-अलग प्रतीक चिन्ह जैसे डमरु और त्रिशूल लगाए जाएंगे, जिससे लोगों को घाटों की पहचान में आसानी हो।
- वॉच टावर और बैरिकेडिंग : संगम पर निगरानी के लिए वॉच टावर लगाए जाएंगे और जल बैरिकेडिंग की व्यवस्था की जाएगी।
- नावों के लाइसेंस और क्षमता जांच : सभी नावों की टेस्टिंग की जा रही है और उनकी क्षमता तथा लाइसेंस नंबर स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किए जाएंगे।
- जल पुलिस अलर्ट : सुरक्षित स्नान के लिए जल पुलिस को पूरी तरह से सतर्क रखा जाएगा।
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