पश्चिम बंगाल के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ दरिंदगी के बाद हत्या किए जाने की घटना की सीबीआई जांच शुरू हो गई है।
महिला डॉक्टर से दरिंदगी और हत्या का विरोध : मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी, सीबीआई जांच शुरू
Aug 17, 2024 01:44
Aug 17, 2024 01:44
- रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल से एसआरएन अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई
- दूर-दूर से इलाज के लिए आने वाले मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा
- डॉक्टरों की हड़ताल को नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ का भी समर्थन
इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर अन्य स्वास्थ्य सेवाओं का बहिष्कार
जूनियर और सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर अन्य स्वास्थ्य सेवाओं का बहिष्कार कर रहे हैं। जूनियर और सीनियर रेजीडेंट डॉक्टरों की हड़ताल से अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। ट्रेनी डॉक्टर से हैवानियत के विरोध में मोती लाल नेहरू राजकीय मेडिकल कॉलेज के रेजीडेंट डॉक्टर एसआरएन अस्पताल में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। हड़ताली डॉक्टर हाथों में पोस्टर बैनर लेकर नारेबाजी कर प्रदर्शन कर रहे हैं। हड़ताली डॉक्टरों का कहना है कि उन्होंने इमरजेंसी सेवाएं बाधित नहीं की है।
दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों ने घटना के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। हड़ताली डॉक्टरों ने कहा है कि जिस तरह से कोलकाता में घटना का शांति पूर्ण विरोध कर रहे डॉक्टरों और पुलिस कर्मियों पर हमला किया गया है,वह निंदनीय है। हड़ताली डॉक्टरों ने कहा है कि ऐसी घटनाएं दोबारा ना हो इसके लिए सेंट्रल डॉक्टर प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाना चाहिए। प्रदर्शन कर रहे जूनियर और सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि उनका यह विरोध प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक कि उन्हें शासन प्रशासन से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल जाता है। हड़ताली डॉक्टरों का कहना है कि आज शाम को घटना के विरोध में कैंडल मार्च निकालेंगे। इसमें उन्हें नर्सिंग और पैरामेडिकल स्टाफ ने भी अपना समर्थन दिया है।
हड़ताल से स्वास्थ्य व्यवस्था लड़खड़ाई, ओपीडी से लेकर वार्डों तक में मरीज बेहाल
मोतीलाल नेहरू राजकीय मेडिकल कॉलेज के जूनियर और सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर की हड़ताल से स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बुरी तरह से लड़खड़ा गई है। ओपीडी से लेकर वार्डों तक में मरीज बेहाल हैं। रजिस्ट्रेशन काउंटर पर भी मरीजों का रजिस्ट्रेशन नहीं किया जा रहा है। जिससे दूर-दूर से आने वाले मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हम आपको बता दें कि राजकीय मेडिकल कॉलेज प्रयागराज का एस आर एन अस्पताल इस क्षेत्र का सबसे बड़ा रेफरल अस्पताल है। इस अस्पताल में प्रयागराज के आस-पास के जिलों के अलावा मध्य प्रदेश के भी मरीज इलाज के लिए आते हैं। लेकिन डॉक्टरों की हड़ताल के चलते मरीजों को बगैर इलाज के वापस लौटना पड़ रहा है।
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