सहारनपुर में रविवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने यति नरसिंहानंद के बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान शेखपुरा पुलिस चौकी पर हल्का पथराव भी हुआ...
सहारनपुर में पुलिस चौकी पर भीड़ ने किया पथराव : यति नरसिंहानंद पर ठोस कार्रवाई न होने से नाराज लोगों का हंगामा
Oct 06, 2024 16:22
Oct 06, 2024 16:22
- यति नरसिंहानंद ने पैगंबर मोहम्मद पर दिया विवादित बयान
- मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बयान के खिलाफ किया प्रदर्शन
- पुलिस चौकी पर हुआ पथराव
पुलिस कर रही अराजक तत्वों की पहचान
बता दें कि पुलिस की भारी तैनाती के बीच अराजक तत्वों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास शुरू हो गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है। मुस्लिम संगठनों ने यति नरसिंहानंद की गिरफ्तारी की मांग की है और प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया है। लोगों को अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की सलाह दी जा रही है।
सहारनपुर : रविवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने यति नरसिंहानंद के बयान के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान भीड़ ने शेखपुरा पुलिस चौकी पर पथराव भी किया। प्रदर्शनकारियों ने शेखपुरा कदीम चौकी पर ज्ञापन देने का प्रयास किया। पुलिस की भारी तैनाती के बीच अराजक तत्वों की पहचान की जा रही… pic.twitter.com/wOS0ZNoxof
— Uttar Pradesh Times (@UPTimesLive) October 6, 2024
युवा प्रदर्शनकारियों ने भड़काई हिंसा
वहीं ज्ञापन देने के बाद कुछ युवा प्रदर्शनकारियों ने हिंसा भड़काने का प्रयास किया। एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने बताया कि शेखपुरा कदीम गांव के प्रधान और किसान यूनियन की ओर से ज्ञापन सौंपा गया था। इस दौरान कुछ युवा भीड़ में शामिल हो गए और हंगामा करने का प्रयास किया, जिसके चलते पत्थर उठाए गए। पुलिस वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान करने का काम कर रही है।
क्या बोली इकरा हसन?
वहीं कैराना से सपा सांसद इकरा हसन ने भी यति नरसिंहानंद के पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान देने के बाद, उनका खुलकर विरोध किया है। उन्होंने नरसिंहानंद को नफरती और पाखंडी करार देते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) लगाने की मांग की। इकरा हसन ने कहा कि इस तरह के लोग एक बार फिर नफरत का जहर फैला रहे हैं और हमारे प्यारे नबी के खिलाफ गुस्ताखी कर रहे हैं, जो बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
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राज्य सरकार से की ये मांग
इकरा हसन ने आगे कहा कि यह हर अमन पसंद हिन्दुस्तानी चाहे वो हिंदू हो या मुसलमान, सब के लिए नाकाबिले बर्दाश्त है। यह हर बार अपनी जुबान से नफरत का बीज बोकर कानून से बच जाता है, क्योंकि राज्य सरकारें ईमानदारी से अपना फर्ज नहीं निभा पा रही हैं। मैं केंद्र व राज्य सरकारों के जिम्मेदारों से यह कहना चाहती हूं कि अब उनका ढुलमुल रवैया नहीं चलेगा। यति नरसिंहानंद और इन जैसे झूठे पाखंडियों के खिलाफ दिखावटी कार्रवाई ना की जाए, बल्कि हेट स्पीच, यूएपीए व एनएसए की गंभीर धाराओं में कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि ये नजीर बन सके।
जानें पूरा मामला
यति नरसिंहानंद 29 सितंबर को गाजियाबाद के हिंदी भवन में दिए एक विवादास्पद बयान को लेकर चर्चा में हैं। इस बयान में उन्होंने न केवल रावण और उसके परिवार के बारे में कसीदे पढ़े बल्कि एक धर्म विशेष के खिलाफ कड़वे बोल भी बोले। बयान के सोशल मीडिया पर वायरल होने बाद जैसे प्रदेश में सुनामी आ गई हो। गाजियाबाद पुलिस ने बीती गुरुवार शाम को उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। लेकिन इसके बाद भी मामला शांत नहीं हुआ। देश में नरसिंहानंद के बयान की निंदा की गई, तो वहीं लोगों ने प्रदर्शन कर पुलिस से कार्रवाई की मांग की। इसके बाद गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस ने शनिवार को यति नरसिंहानंद को हिरासत में ले लिया।
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यूपी में हाई अलर्ट
वहीं महंत को डासना मंदिर से हिरासत में लेने के बाद पुलिस लाइन में रखा गया है। नरसिंहानंद जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर भी हैं। कानून- व्यवस्था बनाए रखने के लिए यूपी में हाई अलर्ट किया गया है। पुलिस ने यति नरसिंहानंद के खिलाफ वेव सिटी थाने में एक और एफआईआर दर्ज की गई है। इस एफआईआर में अनिल यादव उर्फ छोटा नरसिंहानंद, यति रामस्वरूपानंद और यति निर्भयानंद को भी आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि इन सब लोगों ने एक विशेष धर्म के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का अपराध किया है।