उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक PCS अधिकारी भानु प्रताप सिंह ने बिना दहेज के शादी कर समाज में एक नई मिसाल कायम की है। भानु ने अपनी शादी में दहेज के रूप में केवल एक रुपया और शगुन में एक नारियल लिया।
सहारनपुर में पीसीएस अधिकारी ने पेश की अनूठी मिसाल : सिर्फ एक रुपया और नारियल लेकर की शादी, लोगों ने जमकर की तारीफ
Dec 30, 2024 15:57
Dec 30, 2024 15:57
सादगी भरी शादी ने खींचा ध्यान
सहारनपुर की नकुड़ तहसील के छोटे से गांव शंभूगढ़ में जन्मे भानु प्रताप सिंह वर्तमान में मुरादाबाद में एसजीएसटी (SGST) अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। उनके पिता, दलबीर सिंह, जो पीडब्ल्यूडी विभाग में अपनी सेवाएं दे चुके हैं, ने भानु की इस सादगी भरी पहल पर गर्व व्यक्त किया। भानु प्रताप ने उत्तराखंड के हरिद्वार जिले के बहादराबाद के गांव बेगमपुर की साधारण परिवार की लड़की शिवांशी को अपनी जीवनसंगिनी बनाया। शादी में न दहेज लिया गया और न ही दिखावे की कोई भव्यता की गई।
दहेज प्रथा को नकारने का प्रतीक
जहां आजकल दहेज के नाम पर लाखों-करोड़ों रुपये और महंगे उपहारों की मांग की जाती है, वहीं भानु प्रताप सिंह ने महज एक रुपया और एक नारियल स्वीकार कर दहेज प्रथा को सिरे से नकार दिया। इस निर्णय ने समाज में महिला सशक्तिकरण और समानता का संदेश दिया।
समाज के लिए प्रेरणादायक पहल
भानु प्रताप और शिवांशी की शादी को गांव और समाज में एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है। उनके इस कदम ने यह संदेश दिया है कि एक सफल और खुशहाल वैवाहिक जीवन के लिए दहेज की कोई जरूरत नहीं होती। भानु के इस फैसले की सराहना उनके परिवार, दोस्तों और गांव वालों ने की। भानु के पिता दलबीर सिंह और मां निर्मला ने अपने बेटे के इस फैसले पर गर्व जताया। भाई सुरेंद्र कुमार और गांव के अन्य लोगों ने इसे समाज सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
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