Juna akhara
जूना अखाड़े की स्थापना 1145 में उत्तराखंड के कर्णप्रयाग में पहला मठ स्थापित किया गया था। इसे भैरव अखाड़ा भी कहते हैं। इसके ईष्टदेव शिव और रुद्रावतार गुरु दत्तात्रेय भगवान हैं। इनका केंद्र वाराणसी के हनुमान घाट पर माना जाता है और हरिद्वार के माया मंदिर के पास इनका आश्रम हैं।और पढ़ें
यूपी के गाजियाबाद के डासना शिव शक्ति धाम के महंत और जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद के विवादित बयान को लेकर कोहराम मचा हुआ है। यूपी से लेकर महाराष्ट्र तक पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ की गई आपत्तिजनक... और पढ़ें
देश में मतांतरण रोकने और सनातन धर्म का प्रभाव बढ़ाने की दिशा में जूना अखाड़ा लगातार काम कर रहा है। इसी कड़ी में जूना अखाड़े ने अनुसूचित जाति के महामंडलेश्वर महेन्द्रानंद गिरि को जगतगुरु... और पढ़ें