Shravasti district
श्रावस्ती लोकसभा सीट दो जिलों को मिलाकर बनी है, जिनमें बलरामपुर और श्रावस्ती शामिल हैं। 2009 में हुए नए परिसीमन के बाद बलरामपुर सीट का नाम बदलकर श्रावस्ती हो गया था। इस सीट पर 2019 में बसपा के उम्मीदवार ने जीत हासिल कर सबको चौंका दिया था। जिसको लेकर आगामी चुनावों में सभी राजन...और पढ़ें
जैन साहित्य में इसके लिए 'चंद्रपुरी' तथा 'चंद्रिकापुरी' नाम भी मिलते हैं। महाकाव्यों एवं पुराणों में श्रावस्ती को राम के पुत्र लव की राजधानी बताया गया है।और पढ़ें
इतिहास के पन्नों में इस जिले का लंबा इतिहास दर्ज है। यह जिला कौशल का एक प्रमुख नगर हुआ करता था। भगवान बुद्ध के जीवन काल में श्रावस्ती कौशल देश की राजधानी थी। इसे बुद्धकालीन भारत के 6 महानगरों, चम्पा, राजगृह, श्रावस्ती, साकेत, कौशाम्बी और वाराणसी में से एक माना जाता था। और पढ़ें