विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार, कुल 1.30 लाख छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया था, लेकिन इनमें से केवल 95 हजार ने ही फीस का भुगतान किया है। ऐसे में, लगभग 35 हजार आवेदकों ने प्रवेश प्रक्रिया...
बीएचयू स्नातक प्रवेश : 35 हजार आवेदकों ने नहीं भरी फीस, कुल 1.30 लाख पंजीकरण में से केवल 95 हजार ने पूरी की प्रक्रिया
Aug 15, 2024 19:37
Aug 15, 2024 19:37
- कुल 1.30 लाख छात्र-छात्राओं ने पंजीकरण कराया था
- केवल 95 हजार ने ही फीस का भुगतान किया
- अब विश्वविद्यालय प्रशासन सीट आवंटन की प्रक्रिया में जुट गया है
20 जुलाई से चल रहा ऑनलाइन पंजीकरण
बीएचयू और इससे संबद्ध चार महाविद्यालयों - आर्य महिला पीजी कॉलेज, डीएवी डिग्री कॉलेज, वसंत कन्या महाविद्यालय कमच्छा और वसंत महिला महाविद्यालय राजघाट में कुल 7,712 सीटों पर प्रवेश के लिए 20 जुलाई से ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया चल रही थी। शुरुआती दौर में, सीयूईटी (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट) के परिणाम न आने के कारण, छात्र केवल अपना प्रोफाइल भर पा रहे थे।
केवल 95 हजार ने ही जमा की फीस
ऐसे में 2 अगस्त से विश्वविद्यालय ने कॉलेज और विषय वरीयता चयन के लिए विंडो खोली, जिसके बाद पंजीकरण की गति तेज हो गई। हालांकि, अंतिम तिथि तक 1.30 लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया, लेकिन केवल 95 हजार ने ही फीस जमा की। यह अंतर कई कारणों से हो सकता है, जिसमें कुछ छात्रों द्वारा एक साथ कई पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन करना और फिर चुनिंदा पाठ्यक्रमों में ही फीस जमा करना शामिल है।
विश्वविद्यालय में सीट आवंटन प्रक्रिया शुरू
इसके बाद अब विश्वविद्यालय प्रशासन सीट आवंटन की प्रक्रिया में जुट गया है। स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए पहले चरण का सीट आवंटन 17 अगस्त को शाम 5 बजे जारी किया जाएगा। आवंटित अभ्यर्थियों को 20 अगस्त तक ऑनलाइन फीस का भुगतान करना होगा। साथ ही बीएचयू ने छात्रों को नोटिफिकेशन के द्वारा ये सलाह दी गई है कि वे सीट आवंटन के बाद सावधानीपूर्वक समर्थ डैशबोर्ड पर जानकारी की जांच करें। प्रत्येक राउंड के बाद नियमित रूप से पोर्टल चेक करने की जिम्मेदारी छात्रों की होगी। सीट आवंटन के बाद, अभ्यर्थियों को समय पर सभी आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी करनी होंगी।
ये भी पढ़ें- देश के टॉप 100 उभरते शहर : यूपी के ये चार जिले शामिल, निवेश की अपार संभावनाएं
सितंबर में नैक की टीम करेगी मूल्यांकन
वहीं, काशी विद्यापीठ के लिए एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम यह है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की नैक (नेशनल असेसमेंट एंड एक्रीडिटेशन काउंसिल) की टीम 2 से 4 सितंबर तक विश्वविद्यालय का मूल्यांकन करेगी। यह मूल्यांकन काशी विद्यापीठ की ग्रेडिंग के लिए महत्वपूर्ण है। नैक मूल्यांकन की तिथियां पहले दो बार टाली जा चुकी थीं - पहले लोकसभा चुनाव के कारण और फिर कुलपति के कार्यकाल समाप्ति के कारण। अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने नैक की तैयारी तेज कर दी है।
1 सितंबर को पहुंचेगी टीम
इसके लिए नैक टीम 1 सितंबर को विश्वविद्यालय पहुंचेगी और उसी दिन शाम 7 बजे विश्वविद्यालय के उच्चाधिकारियों के साथ बैठक करेगी। 2 सितंबर से विश्वविद्यालय का वास्तविक मूल्यांकन शुरू होगा। यह मूल्यांकन 103 वर्ष पुराने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि पिछले नैक मूल्यांकन में उसे 'सी' ग्रेड मिला था।
ये भी पढ़ें- यूपी में कई भर्ती परीक्षाएं स्थगित : पुलिस कॉन्स्टेबल री-एग्जाम के कारण UPPSC ने नया शेड्यूल जारी किया
Also Read
22 Nov 2024 08:47 PM
नगर निगम के मीटिंग सभागार में शुक्रवार को नगर आयुक्त अक्षत वर्मा की अध्यक्षता में "स्वच्छ सर्वेक्षण 2024" के तहत किए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। और पढ़ें