प्रदेश शासन की ओर से लागू ई-आफिस प्रणाली के तहत पेपरलेस व्यवस्था को बढ़ावा देने और सरकारी दफ्तरों में सरलीकृत, उत्तरदायी, प्रभावी और पारदर्शी कामकाज सुनिश्चित करने के लिए रविवार को पुलिस लाइन सभागार में जनपद के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया।
सरकारी दफ्तरों में ई-ऑफिस प्रणाली : यह कामकाजी प्रक्रियाओं को तेज, पारदर्शी और जिम्मेदार बनाने का एक प्रभावी तरीका
Jan 05, 2025 20:13
Jan 05, 2025 20:13
डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत ई-ऑफिस महत्वपूर्ण कदम
कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए जिले के एसपी आदित्य लांग्हे ने कहा कि "डिजिटल इंडिया कार्यक्रम" के तहत ई-ऑफिस एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि यह प्रणाली सरकारी दफ्तरों में कामकाजी प्रक्रियाओं को तेज, पारदर्शी और जिम्मेदार बनाने का एक प्रभावी तरीका है। इसके माध्यम से न केवल कागजों की खपत में कमी आएगी, बल्कि कार्यों में गति और दक्षता भी सुनिश्चित होगी। एसपी आदित्य लांग्हे ने आगे बताया कि ई-ऑफिस के जरिए सरकारी दफ्तरों में कामकाजी प्रक्रिया को कागज रहित किया जा रहा है, जिससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि अधिक तेजी से निर्णय भी लिए जा सकेंगे। इसके तहत अधिकारी और कर्मचारी अपने कार्यालय के कामों को डिजिटल माध्यम से कंप्यूटर पर पूरा कर सकेंगे, जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ेगी।
इस प्रणाली में दो महत्वपूर्ण फीचर हैं
ई-ऑफिस की प्रणाली में दो महत्वपूर्ण फीचर हैं—फाइल प्रबंधन प्रणाली (ई-फाइल) और ज्ञान प्रबंधन प्रणाली (केएमएस)। इन दोनों प्रणाली के माध्यम से फाइलों का प्रबंधन बहुत ही आसानी से किया जा सकेगा। कार्यशाला में अधिकारियों को इन फीचर्स के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई और बताया गया कि इस प्रणाली के लागू होने से सरकारी कामों में पारदर्शिता आएगी और फैसले तेजी से लिए जा सकेंगे। ई-ऑफिस की शुरुआत का मुख्य उद्देश्य सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देना है। अधिकारियों का मानना है कि इस व्यवस्था के लागू होने से सरकारी दफ्तरों में काम की संस्कृति और नैतिकता में सुधार होगा। इसके अतिरिक्त, ई-ऑफिस प्रणाली से सरकारी कार्यों में समय और ऊर्जा की बचत होगी।
विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए
इस कार्यशाला में जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें इस प्रणाली का उपयोग करने के तरीके के बारे में बताया गया। कार्यशाला में सभी ने अपनी राय दी और ई-ऑफिस की उपयोगिता के बारे में अपनी जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त किया। इस कदम को लेकर अधिकारियों का कहना है कि ई-ऑफिस के लागू होने से सरकारी दफ्तरों में कागजों की खपत में कमी आएगी और कामकाजी प्रक्रिया में भी दक्षता आएगी, जिससे अंततः नागरिकों को अधिक पारदर्शी और त्वरित सेवाएं मिल सकेंगी।
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