अतुल और निकिता दोनों ही संपन्न परिवारों से ताल्लुक रखते हैं। अतुल का परिवार जौनपुर से है, जबकि निकिता का परिवार भी एक ऊंचे सामाजिक और आर्थिक स्तर से जुड़ा हुआ है। दोनों के परिवारों में शिक्षा और पेशेवर सफलता का विशेष महत्व रहा है।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर सुसाइड केस : जानिए क्या करता है अतुल सुभाष और निकिता सिंघानिया का परिवार
Dec 12, 2024 13:02
Dec 12, 2024 13:02
अतुल के परिवाले क्या करते है?
अतुल के पिता पवन मोदी मूल रूप से छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के रहने वाले हैं। बचपन में माता-पिता के देहांत के बाद वह समस्तीपुर के पूसा रोड पर अपने रिश्तेदारों के साथ रहने लगे। मेहनत और लगन से उन्होंने अपना जीवन संवारा और अपने परिवार को बसाया। उनके छोटे भाई विकास मोदी एक चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। अतुल के परिवार वालों के अनुसार, निकिता और उनके परिवार ने अतुल पर कई कानूनी मुकदमे दर्ज करवा दिए, जिससे वह लगातार मानसिक तनाव में रहते थे। इन परेशानियों ने अतुल को आत्महत्या जैसा कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया।
निकिता की मां और भाई क्या करते है?
निकिता सिंघानिया परिवार जौनपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र में रहता है। निकिता की मां हाउसवाइफ हैं और उनके भाई की कपड़े की दुकान है। निकिता पर और उसके परिवार वालों पर अतुल ने सुसाइड नोट और वीडियो में कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
क्या करता था अतुल सुभाष?
अतुल सुभाष बेंगलुरु की एक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। अतुल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गोल्डन पब्लिक स्कूल, वैनी और पूसा के सीपीएस स्कूल से पूरी की। बाद में उन्होंने सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग में करियर बनाया और बेंगलुरु में एक प्रतिष्ठित कंपनी में काम करने लगे। अतुल की 26 अप्रैल 2019 में निकिता सिंघानिया से शादी हो गई। अतुल का कहना है कि शादी के बाद सुभाष का वैवाहिक जीवन तनावपूर्ण हो गया। उनकी पत्नी और ससुराल पक्ष बार-बार रुपयों की मांग करते थे। जब उन्होंने रुपये देने से इनकार किया, तो उनकी पत्नी 2021 में बेटे को लेकर घर छोड़कर चली गई।
निकिता सिंघानिया क्या करती है?
निकिता सिंघानिया उत्तर प्रदेश के जौनपुर की रहने वाली है। अतुल और निकिता दोनों सॉफ्टवेयर इंजीनियर थे और शादी के बाद बेंगलुरु में रहने लगे। शादी के कुछ समय बाद ही उनके दांपत्य जीवन में समस्याएं आने लगीं। जिसकी वजह से निकिता अपने मायके में जा कर रहने लगी। जिसके बाद निकिता दिल्ली में एसेंचर कंपनी में काम करने लगी।
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सुसाइड और परिवार का दर्द
9 दिसंबर की रात को अतुल सुभाष मोदी ने बेंगलुरु में आत्महत्या कर ली। उनकी मृत्यु की सूचना मिलने के बाद उनके माता-पिता और भाई तुरंत बेंगलुरु पहुंचे। पोस्टमार्टम के बाद अतुल का अंतिम संस्कार वहीं किया गया। उनके पिता पवन मोदी का कहना है कि उनके बेटे को आत्महत्या के लिए मजबूर किया गया और उन्हें न्याय चाहिए।
पुलिस कार्रवाई
अतुल के पिता की शिकायत के आधार पर बेंगलुरु पुलिस ने निकिता सिंघानिया और उनके परिवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, जबकि अतुल के सुसाइड नोट और वीडियो को महत्वपूर्ण सबूत माना जा रहा है।
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