जौनपुर जिले में पिछले कई दिनों से कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को बेहाल कर दिया है। तापमान 7 डिग्री तक गिर चुका है, जबकि घना कोहरा और ठिठुरन से लोग बाहर निकलने में डर रहे हैं। सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है और कोहरे के कारण दृश्यता भी काफी कम हो गई है। प्रशासन ठंड से राहत दिलाने के लिए विभिन्न उपाय कर रहा है, लेकिन इस शीतलहर से राहत पाना अभी मुश्किल है।
जौनपुर में गलन और ठंड का कहर जारी : 7 डिग्री तक गिरा तापमान, सुबह से छाया कोहरा, लोग ले रहे अलाव का सहारा
Jan 06, 2025 13:08
Jan 06, 2025 13:08
राहत के लिए प्रशासन की पहल
ठंड से राहत देने के लिए जिला प्रशासन ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। जिला प्रशासन ने बस स्टैंड, चौराहों और रेलवे स्टेशनों पर सूखी लकड़ियों की व्यवस्था की है, ताकि लोग अलाव जलाकर कुछ राहत महसूस कर सकें। इसके अलावा, रात में यात्रियों के रुकने के लिए रैन बसेरों की व्यवस्था भी की गई है। इन रैन बसेरों में ठंड से बचने के लिए यात्री सुरक्षित रूप से ठहर सकते हैं।
ठंड और कोहरे के कारण यातायात पर असर
कोहरे और ठंड का असर ट्रेनों और बसों के संचालन पर भी पड़ा है। ट्रेनें देर से पहुंच रही हैं और समय पर नहीं चल रही हैं। इसके अलावा, बसों की भी गति धीमी हो गई है और वे देरी से चल रही हैं। बाहर से आने वाले यात्री शीतलहर से बचने के लिए रैन बसेरों में ठहर सकते हैं। मौसम विभाग का कहना है कि आगामी दिनों में ठंड और बढ़ सकती है।
प्रशासन की अपील
जिला प्रशासन ने इस कड़ाके की ठंड में लोगों से अपील की है कि वे जब तक जरूरी न हो, घर से बाहर न निकलें। शीतलहर से बचने के लिए गर्म ऊनी कपड़े पहनें और शाम को जल्दी घर लौट आएं। प्रशासन ने यह भी सलाह दी है कि लोग अपने घरों में अलाव या अंगीठी जलाकर ठंड से बच सकते हैं, लेकिन बंद कमरे में अंगीठी, रूम हीटर या ब्लोअर का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इससे स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
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