वाराणसी में यूपी कॉलेज विवाद के संदर्भ में सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड ने अपनी सफाई पेश की है। बोर्ड ने कहा कि वसीम अहमद के द्वारा किए गए दावे को 2021 में खारिज कर दिया गया था...
यूपी कॉलेज विवाद में नया मोड़ : सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड ने लेटर जारी किया, कॉलेज की संपत्ति पर कोई दावा नहीं
Dec 04, 2024 14:40
Dec 04, 2024 14:40
Varanasi : यूपी कॉलेज विवाद में नया मोड़ आया है। सेंट्रल सुन्नी वक्फ बोर्ड ने लेटर जारी किया है। इसमें बताया गया है कि 2018 में जारी किया गया नोटिस 2021 में वापस ले लिया गया था और अब इस नोटिस से संबंधित कोई कार्रवाई प्रचलन में नहीं है।@SunniWaqfBoard #Varanasi pic.twitter.com/1qFgvycc34
— Uttar Pradesh Times (@UPTimesLive) December 4, 2024
किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई को नकारा
वक्फ बोर्ड ने अपने बयान में यह भी कहा कि सेंट्रल वक्फ बोर्ड की तरफ से कोई हस्तक्षेप नहीं किया गया और कॉलेज की संपत्ति से संबंधित सभी विवादों को पहले ही सुलझा लिया गया है। बोर्ड ने किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई या दावे को नकारते हुए इस मुद्दे को स्पष्ट किया है।
सीएम योगी के आने के बाद वायरल हुआ वक्फ बोर्ड का पत्र
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 नवंबर को यूपी कॉलेज के 115वें स्थापना दिवस के अवसर पर एक महत्वपूर्ण घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि यूपी कॉलेज को विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाएगा। इसके बाद, वर्ष 2018 का एक पुराना पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस पत्र में वक्फ बोर्ड ने यूपी कॉलेज प्रशासन को नोटिस जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि यूपी कॉलेज की जमीन वक्फ बोर्ड की संपत्ति है और कॉलेज ने उस पर कब्जा कर रखा है।
ये भी पढ़ें- बनारस यूपी कॉलेज में तनाव का माहौल : पुलिस ने बाहरी लोगों के प्रवेश पर लगाई रोक, शांति बनाए रखने की अपील
वक्फ बोर्ड ने वापस लिया दावा
वायरल हुए पत्र के बाद, कॉलेज परिसर का माहौल अचानक गरमा गया और छात्रों ने इसे लेकर जमकर प्रदर्शन किया। हालांकि, ज्ञानवापी मस्जिद की देखरेख करने वाली अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने इस संबंध में स्थिति साफ की। उन्होंने बताया कि यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने यह स्पष्ट किया कि यूपी कॉलेज को जारी किया गया नोटिस 2021 में ही निरस्त कर दिया गया था। यासीन ने यह भी बताया कि वक्फ बोर्ड के विधि अधिकारी अब्दुल मोबीन खां ने लिखित में बताया कि 2018 में जारी किया गया नोटिस 2021 में वापस ले लिया गया था और अब इस नोटिस से संबंधित कोई कार्रवाई प्रचलन में नहीं है।
पुलिस ने शांत कराया मामला
वहीं विवाद के दौरान कुछ छात्र यूपी कॉलेज से तितर-बितर हुए थे और वे नाराजगी में शिवपुर थाने का घेराव करने जा रहे थे। इस पर पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। इसके बाद छात्र वापस यूपी कॉलेज के गेट पर आ गए और वहां नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने छात्रों से आग्रह किया कि वे अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें और किसी भी प्रकार की कार्रवाई के लिए बाध्य न करें। इस पर छात्रों ने शांत होने का निर्णय लिया और माहौल फिर से सामान्य हो गया।
ये भी पढ़ें- बनारस यूपी कॉलेज विवाद : पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने किया परिसर में पैदल मार्च, अधिकारियों को दिए निर्देश
ये भी पढ़ें- बनारस यूपी कॉलेज में मस्जिद विवाद : पुलिस और विद्यार्थियों के बीच हुई झड़प, 9 छात्र हिरासत में लिए गए
Also Read
4 Dec 2024 05:09 PM
ऑल इंडिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियन के बैनर तले वाराणसी के शास्त्री घाट पर बिजली निजीकरण और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने और सरकारी कंपनियों को बदनाम करने का आरोप लगाया। और पढ़ें