फिरोजाबाद में हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जिसमें सिरसागंज तहसील के गांव रूधैनी में योगेन्द्र शर्मा नाम के एक किसान ने जिलाधिकारी को दिए प्रार्थना पत्र गंभीर आरोप लगाकर सनसनी फैल दी है। किसान...
Firozabad News : 75 बीघा जमीन की बंदरबांट, अफसरों की गर्दन फंसी, किसान के आरोप से सनसनी...
Jul 06, 2024 11:18
Jul 06, 2024 11:18
ये है पूरा मामला
मामला फिरोजाबाद के थाना सिरसागंज के गांव रूधैनी का है। जहां 75 बीघा जमीन के फर्जी वसीयत का विवाद एसडीएम सिरसागंज के न्यायालय में चल रहा था। उसमें 7 जून 2024 को एक आदेश होना था। इसके लिए दोनों पक्षों को 7 जून को बुलाया गया था।
पीड़ित पक्ष योगेंद्र शर्मा एसडीएम के न्यायालय पहुंचे तो एसडीएम के पेशकार ने बताया कि इसमें आदेश हो चुका है। जब अपीलकर्ता के भाई बेदेन्द्र शर्मा ने पूरी जानकारी जुटाई तो पता चला कि 7 जून 2024 को आदेश फर्जी वसीयतकर्ता के पक्ष में कर दिया गया है। साथ ही 11 जून 2024 को ही उस जमीन का दाखिल खारिज भी कर दिया गया है। 12 जून 2024 को यह जमीन 10 लोगों के नाम में बिक्री कर दी गई। पीड़ित का आरोप है कि आदेश के बदले दो बैनामा सिरसागंज एसडीएम विवेक राजपूत के रिश्तेदार और जानने वाले जिला जालौन निवासी दीपक राजपूत व अर्जुन सिंह गुर्जर के नाम में कर दिए गए।
जमीन के बंदरबांट में कोई पीछे नहीं
पीड़ित किसान का आरोप है कि तीन बैनामा नायब तहसीलदार नवीन कुमार के जानने वाले व रिश्तेदार अनीता सिंह, महिपाल सिंह व राजश्री चाहर निवासी डिफेंस कॉलोनी आगरा के नाम में कर दिए गए। वहीं, तीन बैनामा जिला पंचायत सदस्य हरीश धनगर निवासी रूधैनी ने अपने जानने वाले तीन लोगों के नाम करा लिए। एक बैनामा भाजपा के मंडल अध्यक्ष अजीत सिंह ने अपने नाम करा लिया। दो बैनामा क्षेत्रीय लेखपाल अभिलाख सिंह ने अपने दो रिश्तेदारों जो मैनपुरी के रहने वाले हैं, उनके नाम करा लिए।
सीडीओ को सौंपी जांच
इस मामले की जानकारी होते ही अपीलकर्ता योगेंद्र शर्मा ने जिलाधिकारी कार्यालय में शिकायत की, लेकिन वहां भी उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ। जब मामला मीडिया के बीच पहुंचा तो आनन फानन में कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी रमेश रंजन ने एसडीएम सिरसागंज विवेक राजपूत को जिलाधिकारी कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया। तहसीलदार को भी वहां से हटा दिया गया है। जिलाधिकारी अब पूरे मामले की जांच करने के लिए सीडीओ दीक्षा जैन की अध्यक्षता में एक कमेठी गठित कर दी है। कमेटी सात दिनों में रिपोर्ट सौपेंगी। डीएम ने रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही है।
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