निरीक्षण : डीएम ने कैलाश मंदिर में सौंदर्यीकरण कार्य का लिया जायजा, दिए दिशा निर्देश

UPT | कैलाश मंदिर के घाटों पर निरीक्षण करते डीएम

Dec 13, 2024 20:06

जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी द्वारा यमुना नदी के किनारे स्थित प्राचीनतम शिवालय कैलाश मन्दिर में पर्यटन विभाग द्वारा कराए जा रहे सौन्दर्यीकरण के कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया गया...

Agra News : जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी द्वारा यमुना नदी के किनारे स्थित प्राचीनतम शिवालय कैलाश मन्दिर में पर्यटन विभाग द्वारा कराए जा रहे सौन्दर्यीकरण के कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान बताया गया कि कैलाश मन्दिर के सौन्दर्यीकरण का कार्य तीन चरणों में पूरा किया जाएगा।
  सौंदर्यीकरण कार्याें का किया निरीक्षण डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी शुक्रवार को कैलाश मंदिर पहुंचे। जहां उन्होंने एक तरफ कैलाश मंदिर के इतिहास को जाना तो वहीं पर्यटन विभाग द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों की गुणवत्ता व उसकी पूरी जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान बताया गया कि प्रथम चरण के दौरान 411.12 लाख की लागत से राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर मुख्य द्वार का निर्माण कार्य तथा 45 मीटर घाट का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है।



दूसरे चरण में होंगे यह कार्य
द्वितीय चरण के दौरान 15 करोड़ 26 लाख की लागत से घाट का निर्माण कार्य, भण्डार गृह, पाथवे, नाली विद् कवर, यमुना दर्शन स्थल, सोलर पावर सिस्टम तथा स्टोन बैंच का निर्माण कार्य कराया जाएगा। जिसके लिए टेण्डर प्रक्रिया की जा रही है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि अंतिम चरण में पदयात्रा मार्ग मूरलवाल के साथ, पार्किंग, तीर्थयात्री सुविधा क्षेत्र, इलेक्ट्रॉनिक वाहन (ई.वी.) चार्जिंग जोन मार्ग के साइनेज और विद्युतीकरण, यात्री शेड, टॉयलेट ब्लॉक, पीने का पानी कियोस्क, नगर पालिका शौचालय ब्लॉक का उन्नयन, प्रवेश द्वार/स्तंभ व कैलाश ग्राम में सड़कों का विकास कार्य कराया जायेगा।
मानकों पर ध्यान देने के दिए निर्देश डीएम द्वारा निर्देश दिए गए कि सौंदर्यीकरण के कार्यों में गुणवत्ता तथा मानकों का विशेष ध्यान रखा जाए साथ ही साथ बाढ़ की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए निर्माण कार्य को पूर्ण कराया जाए ताकि आमजन को उन दिनों में भी किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने मंदिर परिसर के आस पास प्लास्टिक के प्रयोग न करने हेतु दुकानदारों व श्रद्धालुओं से अपील की कि वह किसी भी प्रकार की प्लास्टिक अथवा प्लास्टिक के बनें उत्पादों का प्रयोग न करें।

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