एनसीआरईएस और एससीआरएमयू को मिली यूनियन की मान्यता : देर रात घोषित किए गए परिणामों के बाद कर्मचारियों में जश्न का माहौल

UPT | प्रतीकात्मक तस्वीर।

Dec 13, 2024 13:00

11 साल बाद हुए रेल यूनियन चुनावों में एससीआरएमयू और एनसीआरईएस ने फिर से मान्यता प्राप्त यूनियन का दर्जा हासिल किया। आगरा रेल डिवीजन समेत देशभर में इन यूनियनों ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया।

Agra News : आगरा रेल डिवीजन सहित देशभर की रेल यूनियन के 11 साल बाद हुए चुनावों में एक बार फिर एससीआरएमयू और एनसीआरईएस मान्यता प्राप्त यूनियन बन गई, 2013 में भी इन्हीं यूनियन को मान्यता मिली हुई थी। उत्तर मध्य रेलवे के आगरा रेल डिवीजन एवं अन्य डिवीजनों में हुए रेलवे यूनियन इलेक्शन चार से 6 दिसंबर के मध्य हुए थे। इन चावन को लेकर यूपी टाइम्स ने पहले ही बताया था कि NCRES और NCRMU में कांटे का मुकाबला दिखाई दे रहा है, यह बात 100 फीसदी सटीक निकली। दोनों ही यूनियन में कांटे का मुकाबला देखने को मिला। आगरा रेल डिवीजन में ही नहीं बल्कि उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज जोन के सभी डिवीजन में यही स्थिति देखने को मिली। 


प्रयागराज डिविजन, प्रयागराज मुख्यालय, झांसी व  आगरा रेल डिवीजन में 16 जगह पर 4 से 6 दिसंबर तक चुनाव हुए थे उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज के प्रयागराज डिविजन, प्रयागराज मुख्यालय, झांसी रेल डिवीजन, आगरा रेल डिवीजन में 16 जगह पर 4 से 6 दिसंबर को चुनाव हुए थे। मत करना सुबह 8:00 शुरू हुई जिनके परिणाम प्रयागराज मुख्यालय द्वारा देर रात घोषित किए गए। उधर, रेलवे यूनियन की मान्यता के लिए हुए इन चुनावों में एससीआरएमयू को जहां 3612 मत मिले जो इन चुनावों में रेल कर्मियों द्वारा दिए गए सबसे अधिक मत थे, वहीं दूसरे इस्थान पर रही एनसीआरईएस भी कम नहीं रही उसे 3321 वोट मिले हैं। दोनों यूनियन में कांटे का मुकाबला रहा। यही नहीं एसआरबीकेयू को 905, यूएमआरकेएस को 482 तो वहीं एनसीआरके एस को 16 मत प्राप्त हुए।    देर शाम प्रयागराज जोन मुख्यालय से चुनाव परिणाम घोषित
देर शाम को उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज जोन मुख्यालय से रेलवे यूनियन के इन चुनावों का परिणाम घोषित किया गया। आगरा रेल डिवीजन ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर मध्य रेलवे जोन में NCRMU और NCRES को रेलवे यूनियन की मान्य प्रदान की गई है। यूनियन की मानता मिलने के बाद आगरा रेल डिवीज़न में जश्न का माहौल देखने को मिला। NCRMU के मंडल अध्यक्ष विजय मीणा और NCRES के अरुण शर्मा ने इन चावन की जीत का श्रेय रेलवे कर्मचारियों को दिया। उन्होंने बताया कि सभी कर्मचारियों ने हम पर अपना भरोसा जताया है और विश्वास दिलाया है कि यही यूनियन ही उनकी आवाज को बुलंद कर सकती हैं। 

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