Agra News : पुलिस ने दो लुटेरे दबोचे, सरगना सहित तीन बदमाश अभी भी फरार

UPT | आगरा पुलिस कमिश्नरेट

Sep 01, 2024 16:25

आगरा पुलिस कमिश्नरेट सिटी जोन के थाना एमएम गेट क्षेत्र अंतर्गत गुड़ की मंडी में अधिवक्ता पीयूष पाठक के घर दिनदहाड़े हुई लूटपाट के मामले में पुलिस ने दो बदमाशों को दबोचा है...

Agra News : आगरा पुलिस कमिश्नरेट सिटी जोन के थाना एमएम गेट क्षेत्र अंतर्गत गुड़ की मंडी में अधिवक्ता पीयूष पाठक के घर दिनदहाड़े हुई लूटपाट के मामले में पुलिस ने दो बदमाशों को दबोचा है। अधिवक्ता की पत्नी और उनके भाई को बंधक बनाकर वारदात को अंजाम दिया गया था। अभी भी घटना को अंजाम देने वाले सरगना सहित तीन लोग फरार हैं। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए बदमाशों का कहना है कि सरगना अर्जुन चाहर ही उन्हें लेकर आया था। सरगना अर्जुन इस वारदात को अंजाम देने के लिए पिछले 7 दिनों से रैकी कर रहा था। 

बाइक पर आए चार बदमाशों ने की थी घटना
जानकारी के अनुसार, पुलिस ने न्यू आगरा के नगला बूढ़ी निवासी आशीष कुमार व जतिन जाटव को सर्विलांस की मदद से पकड़कर पूछताछ की। पुलिस ने टेढ़ी बगिया पर रहने वाले अर्जुन चाहर की पहंचान कर ली, लेकिन वह फरार हो गया। पुलिस टीम ने जब सीसीटीवी फुटेज खंगाले तब पता चला कि एक बाइक पर चार बदमाश आए थे। पकड़े गए बदमाशों के पास से पुलिस ने एक मोबाइल, 7900 कैश, कुछ असली और नकली जेवरात भी बरामद किए हैं। अर्जुन चाहर और कन्हैया फरार हैं। पुलिस ने उनकी धरपकड़ के लिए टीमें गठित की हैं।

सरगना अर्जुन चाहर पहले भी छेड़छाड़ में जा चुका है जेल
सहायक पुलिस आयुक्त ने बताया कि सरगना अर्जुन चाहर मूल रूप से ग्राम गहर्रा, कागारौल का रहने वाला है। यह साल 2022 में थाना न्यू आगरा में एक छेड़छाड़ के मामले में जेल गया था। उसकी पहचान नगला बूढ़ी निवासी आशीष से थी। पुलिस को जानकारी मिली कि वारदात से सात दिन पहले अर्जुन नगला बूढ़ी गया था और उसने आशीष से संपर्क किया। अर्जुन ने आशीष को बताया था कि एक बड़ा काम है। इस काम के बाद उनकी गरीबी दूर हो जाएगी। अर्जुन के दिखाएं सब्जबाग के बाद आशीष ने अपने दो और दोस्तों को यह कहकर तैयार किया कि उन्हें कुछ नहीं करना। सारा काम अर्जुन ही करेगा।

घटना से पहले 7 बार की थी रैकी 
बीते गुरुवार को अधिवक्ता के घर में घुसकर बदमाशों ने उनकी पत्नी जयंती पाठक को लहूलुहान कर दिया था और शोर मचाने पर उनके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया था।  इसके साथ ही घटना के दौरान घर में आए अधिवक्ता के भाई नितिन पाठक के साथ भी मारपीट की गई थी और उन्हें भी बंधक बनाया था। वारदात के दौरान पीड़िता अधिवक्ता की पत्नी ने एक बदमाश को पहचान लिया था। जिसका नाम अर्जुन था। यही अर्जुन ही इस गैंग का लीडर है। जिसने वारदात से पहले 7 बार घटना की रैकी की थी। 

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