आगरा में बच्चे की हत्या का पर्दाफाश : दादी और चाचा ने फिरौती के लिए किया अपहरण, नींद की गोलियां मिलाकर खिलाए पकौड़े

फ़ाइल फोटो | मयंक

Sep 18, 2024 12:01

जिसे बच्चा दादी कहकर पुकारता था, वही उसकी जान की दुश्मन बन गई। आगरा में हुई इस दुखद घटना में 15 लाख रुपये की फिरौती के लिए एक मासूम बच्चे की हत्या कर दी गई। इस घटना में बच्चे के रिश्तेदार ही शामिल थे।

Agra News : आगरा में 5 वर्षीय मासूम की हत्या का मामला सामने आया है, जिसमें बरहन थाना पुलिस ने घटना का पर्दाफाश किया है। इस घटना में बच्चे के रिश्तेदार ही शामिल थे। मासूम का अपहरण 15 लाख रुपये की फिरौती के लिए किया गया था, जिसमें उसकी दादी ने अपने भाई के साथ मिलकर इसे अंजाम दिया। आरोपियों ने बच्चे को नींद की गोलियां देकर बेहोश किया और फिर उसे बोरे में बंद कर अपने साथ ले गए। जब बच्चे को होश नहीं आया तो उन्होंने उसे सहपऊ रजवाह में फेंक दिया, जहां पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई।

14 सितंबर को लापता हो गया था बच्चा
 14 सितंबर की शाम को, आमानाबाद निवासी संजय कुमार का 5 वर्षीय बेटा मयंक, जिसे प्यार से मुन्नू बुलाया जाता था, अपने घर के बाहर खेलते हुए अचानक गायब हो गया। परिवार ने तुरंत खोजबीन शुरू की और पुलिस को सूचित किया। दो दिन बाद, 16 सितंबर को, मुन्नू का शव गांव से पांच किलोमीटर दूर सहपऊ रजवाह (बंबा) में मिला।  

मोबाइल लोकेशन से आरोपी तक पहुंची पुलिस
पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की और कई टीमें इस मामले पर लगाई गईं। स्थानीय लोगों से पूछताछ, सीसीटीवी फुटेज की जांच और मोबाइल लोकेशन की जानकारी के आधार पर पुलिस ने धीरे-धीरे इस जघन्य अपराध की परतें खोलना शुरू कीं। जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि इस अपराध के पीछे मुन्नू की रिश्ते की दादी कल्पना शर्मा और उसका भाई ललित थे।

फिरौती के लिए किया था घिनौना काम 
जब कल्पना से पूछताछ की गई और मोबाइल की लोकेशन चेक की गई, तो उसने सच बताना शुरू कर दिया। कल्पना ने खुलासा किया कि उसका भाई ललित पैसों की समस्या में था और उसे पता था कि मुन्नू के दादा बीएसएनएल से रिटायर हुए हैं और उन्हें मोटी रकम मिली थी। इसलिए, दोनों ने मिलकर बच्चे का अपहरण करने का निर्णय लिया।

पकौड़ों और पानी में नींद की गोलियां मिलाकर खिलाई
14 सितंबर की शाम को, कल्पना ने मुन्नू को अपने घर बुलाया और उसे पकौड़े खिलाए और पानी पिलाया, जिसमें नींद की 10 गोलियां मिलाई गई थीं। जब बच्चा बेहोश हो गया, तो उन्होंने उसे एक बोरे में बंद कर दिया। ललित इस बोरे को अपने गांव सहपऊ ले गया। वहां जब बच्चे को होश नहीं आया, तो डर के मारे उन्होंने उसे रजवाह में फेंक दिया, जहां पानी में डूबने से उसकी मृत्यु हो गई।
 
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया
एसीपी एत्मादपुर पीयूष कांत के नेतृत्व में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों - कल्पना शर्मा और ललित को गिरफ्तार कर लिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पुष्टि हुई है कि मुन्नू की मृत्यु दम घुटने से हुई थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ अपहरण और हत्या का मुकदमा दर्ज किया है।  

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