Agra News : जल समाधि लेने यमुना में उतरे किसान बोले-'खटखटा चुके हर दरवाजा नहीं मिला मुआवजा'

UPT | यमुना में उतर हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन करते किसान

Feb 16, 2024 19:10

आगरा पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारियों की उस समय सांसें फूल गईं जब उन्हें जानकारी हुई कि एत्मादपुर तहसील के ग्राम रायपुर में किसान और महिलाएं अपनी समस्याओं को लेकर यमुना नदी में उतर गए हैं और उन्होंने जल समाधि की ठान ली है।

Agra News (प्रदीप रावत ) : किसान आंदोलन को लेकर दिल्ली एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट है। किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए क़ानून बनाने और स्वामीनाथन आयोग की सभी सिफ़ारिशों को लागू करने की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। वहीं दूसरी तरफ आगरा पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारियों की उस समय सांसें फूल गईं जब उन्हें जानकारी हुई कि एत्मादपुर तहसील के ग्राम रायपुर में किसान और महिलाएं अपनी समस्याओं को लेकर यमुना नदी में उतर गए हैं और उन्होंने जल समाधि की ठान ली है। किसानों का कहना है कि 2009 से हमारी जमीन का हमें किसी तरह का कोई मुआवजा नहीं मिला है, अब जब तक हमें आगरा विकास प्राधिकरण द्वारा अधिग्रहीत की हुई भूमि का चार गुना मुआवजा नहीं मिलेगा तब तक प्रदर्शन चलता रहेगा। किसानों के आंदोलन की जानकारी होते ही आगरा पुलिस प्रशासन का हमला एत्मादपुर की तरफ दौड़ लिया। घटना स्थल पर मजिस्ट्रेट के साथ-साथ भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है।

जब तक नहीं मिलेगा मुआवजा तब तक...
बताते चलें कि 2009 में आगरा विकास प्राधिकरण ने एत्मादपुर तहसील अंतर्गत रायपुर व रहनकला क्षेत्र के किसानों की बिना सहमति के नाम हटा दिए गए थे। मगर अभी तक किसानों को कोई मुआवजा नहीं दिया गया है। इसी समस्या को लेकर किसान व महिलाएं लगातार आन्दोलन कर रहे हैं। आज किसानों का एक बढ़ा जत्था यमुना नदी की तरफ हाथों में तख्तीयां लिए हुए पहुँचा, जहाँ उन्होंने आगरा विकास प्राधिकरण और आगरा प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए जमकर नारेबाजी की। किसानों में महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में पहुँच कर अपना विरोध जताया। किसानों ने यमुना में पहुंच के क्षेत्र के किसानों ने अपनी मांगों को लेकर जलसमाधि की तैयारी कर ली। किसानों ने साफ शब्दों में कह दिया कि जब तक उनको अधिग्रहीत भूमि का चार गुना मुआवजा नहीं मिलेगा। तब तक प्रदर्शन चलता रहेगा।

अधिकारियों के हाथ पांव फूले
किसानों द्वारा जलसमाधि लेने की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ पांव फूल गए। घटना की जानकारी पर एत्मादपुर के रायपुर में ज्वाइंट मजिस्टेट और एसीपी मौके पर पहुंच गए। प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किसानों को समझाने के प्रयास किए जा रहे हैं। किसानों ने बताया कि वर्ष 2009 में विकास कार्य कराने को लेकर तहसील एत्मादपुर के मौजा रायपुर, मौजा रहनकलां में किसानों की भूमि अधिग्रहीत की गई थी। किसानों को चार गुना मुआवजा नहीं दिए जाने और जमीन भी वापस न करने पर आक्रोश है।

किसान पहुंचे तो नहीं मिलते अफसर
ग्रामीण नितेश कुमार ने बताया कि हमारी जमीन को चोरी से आगरा विकास प्राधिकरण में अपने नाम कर लिया। किसानों की अधिग्रहित जमीन की जानकारी देने की जहमत विकास प्राधिकरण और प्रशासन ने नहीं उठाई, हम पिछले 15 सालों से अपनी जमीन के मुआवजे की मांग कर रहे हैं। एक छोटे से अधिकारी से लेकर जिलाधिकारी और मंडलायुक्त के यहाँ हम दरवाजा खटखटा चुके हैं, लेकिन हमारी पुकार और हमारी मांग किसी अधिकारी ने नहीं सुनी।किसान नीतेश ने बताया कि इस दौरान किसी अधिकारी ने हमारी फाइल को आगे बढ़ने का काम किया तो उसे अधिकारी का ट्रांसफर कर दिया गया। अब तो हालात यहां हो गए हैं कि गाड़ियों को पता लग जाए कि एत्मादपुर क्षेत्र के ग्रामीण आए हैं तो कह दिया जाता है कि यहाँ पर अधिकारी नहीं हैं, यह सिलसिला 15 साल से चलता आ रहा है। किसानों का कहना था कि हमारी अनुमति के बगैर हमारी ही जमीन से खतौनी से हमारे नाम काट दिए गए हैं और हम इससे बेखबर रहे। आज हम घर से ठान कर आए हैं कि जब तक हमें अधिग्रहित जमीन का चार गुना मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक यमुना में यूं ही खड़े रहेंगे और जल समाधि ले लेंगे।

वहीं इस संबंध में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट का कहना है कि तहसील एत्मादपुर के मौजा रायपुर, मौजा रहनकलां में किसानों के जमीन का अधिग्रहण किया गया था उसके मुआवजा को लेकर किसान आंदोलनरत हैं, किसानों के मुआवजे को लेकर शासन विधि पूर्वक इसका निस्तारण करेगा। अभी यह मामला शासन में अंडर कंसीडरेशन है। किसानों से बातचीत का समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है।

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