सरबंस दानी दशम पातशाही गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पुरब के अवसर पर आयोजित नगर कीर्तन भव्यता के साथ निकाला गया...
Agra News : सरबंस दानी दशम पातशाही गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पुरब के अवसर पर गुरुद्वारा श्रीगुरु सिंह सभा माई थान से भव्य नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। यह नगर कीर्तन गुरुद्वारा शहीद बाबा केहर सिंह बालूगंज तक निकाला गया, जिसमें श्रद्धालुओं की भारी संख्या ने भाग लिया। नगर कीर्तन का मुख्य आकर्षण गुरुद्वारा गुरु का ताल का रंजीत अखाड़ा था, जिसमें संत सिपाही रंजीत अखाड़ा के नौजवानों ने शौर्य, साहस और वीरता का अद्भुत प्रदर्शन किया।
रंजीत अखाड़ा का अद्भुत शौर्य प्रदर्शन
रंजीत अखाड़े के संत बाबा प्रीतम सिंह जी की अगुवाई में नौजवानों ने लाठी, तलवार, कृपाण, खंजर, कांटेदार गोला, 10 फुट की तलवार, तीर-कमान और चक्र जैसे हथियारों के साथ अपनी कला का प्रदर्शन किया। विशेष रूप से रंजीत अखाड़े के वीरों ने शुरुआत पैतरे डालते हुए की, जिसके बाद उन्होंने प्राचीन सिख मार्शल आर्ट गतके का शानदार प्रदर्शन किया। इस दौरान घातक से घातक प्रहारों और उनके बचाव की तकनीकों का प्रदर्शन दर्शकों को हैरत में डालते हुए रोमांचित करता रहा।
बालिकाओं ने भी गतके में दिखाया कौशल
रंजीत अखाड़े के इस प्रदर्शन में बालिकाओं की भी भागीदारी थी, जिन्होंने छोटी-छोटी लाठियों के साथ गतके का प्रदर्शन किया, जो श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित कर रहा था। नगर कीर्तन के दौरान घटिया चौराहा, सेव का बाजार, फुवारा चौराहा, हींग की मंडी, मीरा हुसैनी, सदर भट्टी, छिपीटोला, बालूगंज जैसे प्रमुख स्थानों पर रंजीत अखाड़े के वीरों ने गतके का प्रदर्शन किया और पूरी शोभायात्रा में आकर्षण का केंद्र बने रहे।
नगर कीर्तन के प्रमुख स्थानों पर रंजीत अखाड़ा का प्रदर्शन
गुरुद्वारा गुरु का ताल के जत्थेदार राजेंद्र सिंह जी और महंत ने अखाड़े के वीरों का उत्साह बढ़ाते हुए जयकारों के साथ उनका हौसला अफजाई की। इस मौके पर ग्रंथि अजायब सिंह, सतवीर सिंह सुशील, हनी सिंह और जोग सिंह भी विशेष रूप से मौजूद रहे। इस भव्य आयोजन ने गुरु गोविंद सिंह जी के शौर्य और वीरता को श्रद्धालुओं के बीच जीवित रखा और नगर कीर्तन को ऐतिहासिक बना दिया।