बसंत पंचमी पर ब्रज के सभी प्रमुख मंदिरों में होली का डाढ़ा गाढ़ दिया जाता है, लेकिन पुष्टिमार्गीय संप्रदाय...
Mathura News (Vinod Sharma) : बसंत पंचमी पर ब्रज के सभी प्रमुख मंदिरों में होली का डाढ़ा गाढ़ दिया जाता है, लेकिन पुष्टिमार्गीय संप्रदाय के विश्व प्रसिद्ध ठाकुर श्री द्वारकाधीश महाराज मंदिर में होली का डाढ़ा बसंत पंचमी से ना गाढ़ कर पूर्णमासी पर किया जाता है।
रविवार से शुरू होगा रसिया गायन
शनिवार को पूर्णमासी के अवसर पर शास्त्रोक्त रीति से वैदिक मंत्र उच्चारण के मध्य द्वारकाधीश मंदिर के निकट स्थित चौराहे पर विधिवत रूप से होली का डाढ़ा गाढ़ दिया गया। इसी के साथ द्वारकाधीश मंदिर में भी होली महोत्सव का शुभारंभ हो गया। एक माह तक चलने वाले इस होली महोत्सव के अंतर्गत अब रविवार यानी पड़वा तिथि से प्रतिदिन राजाधिराज मंदिर में राजभोग दर्शनों के अवसर पर रसिया गायन का आयोजन शुरू हो जाएगा। ढप की मधुर तान के मध्य मंदिर प्रांगण में ठाकुर जी को होली की तान सुना कर रिझाया जाएगा और मंदिर में आने वाले श्रद्धालु ठाकुर जी के उड़ाये गये प्रसाद रूपी गुलाल में सराबोर होकर स्वयं को धन्य करेंगे।
रंग भरनी एकादशी से पिचकारी से उड़ाया जाएगा रंग
रविवार से प्रारंभ होने वाले रसिया गायन और ढप वादन को लेकर मंदिर में सभी तैयारियां को पूरा कर लिया गया है। इस संबंध में द्वारकाधीश मंदिर के विधि सलाहकार एवं मीडिया प्रभारी राकेश तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि अब प्रतिदिन होली के रसिया गायन राजभोग दर्शनों के अवसर पर आयोजित किए जाएंगे। साथ ही ठाकुर जी निर्धारित समय के अनुसार बगीचे आदि में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे। वहीं रंग भरनी एकादशी से पिचकारी से भी भक्तों पर ठाकुर जी का प्रसाद रूपी रंग उड़ाया जाएगा, जिसे लेकर मंदिर में तैयारी की जा रही है।