आरक्षण की मांग को लेकर AMU संघर्ष मोर्चा का गठन : एसटी, एससी और ओबीसी के रिजर्वेशन को लेकर 26 नवंबर को एएमयू सर्किल पर जुटेंगे छात्र 

UPT | एएमयू आरक्षण संघर्ष मोर्चा ने जारी किया पोस्टर

Nov 14, 2024 23:59

एएमयू आरक्षण संघर्ष मोर्चा के छात्र नेताओं ने कहा कि आने वाले दिनों में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अंदर संवैधानिक आरक्षण को लागू कराएंगे। एएमयू आरक्षण संघर्ष मोर्चा ने अपने जारी किए गए पोस्टर में जनमानस के कुछ सवाल भी उठाए हैं।

Aligarh News : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में एससी,एसटी और ओबीसी वर्गों के लिए संवैधानिक आरक्षण की मांग को लेकर बड़े आंदोलन की तैयारी है । जिन्ना की तस्वीर को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से बाहर फेंकने की मांग करने वाले छात्र नेताओं ने एएमयू आरक्षण संघर्ष मोर्चा का गठन किया है। गुरुवार को होटल मीनार में मीडिया के समक्ष मोर्चा के कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान पोस्टर भी जारी किया गया।  26 नवंबर को एएमयू सर्किल पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा जायेगा। यह ज्ञापन एएमयू के जिम्मेदार व्यक्ति को और जिला प्रशासन को संयुक्त रुप से सौंपा जाएगा। जिसे भारत सरकार के पास भिजवाएंगे।

देश भर के विश्वविद्यालय में संवैधानिक आरक्षण लागू,तो एएमयू में क्यों नहीं ?
एएमयू आरक्षण संघर्ष मोर्चा के छात्र नेताओं ने कहा कि आने वाले दिनों में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अंदर संवैधानिक आरक्षण को लागू कराएंगे। एएमयू आरक्षण संघर्ष मोर्चा ने अपने जारी किए गए पोस्टर में जनमानस के कुछ सवाल भी उठाए हैं। जिसमें उन्होंने कहा है कि देश के सभी विश्वविद्यालय में संवैधानिक आरक्षण लागू है, तो अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में क्यों नहीं है। वहीं एएमयू में सस्ती सुलभ शिक्षा पाने का अधिकार सिर्फ एक धर्म के लोगों की है, हिंदुओं को क्यों नहीं है । केंद्र सरकार के पैसे से संचालित एएमयू पर एक धर्म का एकाधिकार किस आधार पर है । हिंदू राजा महेंद्र प्रताप सिंह द्वारा दान दी गई जमीन पर बनी एएमयू  पर अधिकार सिर्फ मुसलमान को किस आधार पर है।  

26 नवंबर को AMU सर्किल पर दो हजार छात्रों के साथ देंगे ज्ञापन
 एएमयू आरक्षण संघर्ष मोर्चा के संयोजक अमित गोस्वामी ने बताया कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में रिजर्वेशन पॉलिसी को लागू नहीं किया गया, तो पूरे देश में बैनर पोस्टर के जरिए मुहिम चलायेंगे। वहीं 26 नवंबर को AMU सर्किल पर दो हजार छात्रों के साथ ज्ञापन दिया जाएगा। अमित गोस्वामी ने बताया कि एएमयू के संस्थापक सर सैयद अहमद खान टू नेशन थ्योरी के जनक है । सन् 1888 में मेरठ की एक जनसभा में उन्होंने कहा कि इस देश में हिंदू और मुस्लिम किसी भी कीमत पर एक साथ नहीं रह सकते। वहीं , 1947 में जब देश का बंटवारा हुआ। सर सैयद अहमद खान का परिवार पाकिस्तान चला गया। आरक्षण व्यवस्था को लेकर एएमयू में जो तानाशाही रवैया बना रखा है। इस देश व्यापी आंदोलन के जरिए एसटी, एससी,ओबीसी छात्रों को आरक्षण का लाभ दिलाएंगे।  

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