यूपी - हरियाणा सीमा विवाद : पैमाइश की तारीख टलने पर ग्रामीणों में रोष, 23 जनवरी तक सीमा विवाद का हल न हुआ तो करेंगे प्रदर्शन

UPT | एसडीएम खैर महिमा को ज्ञापन सौंपते किसान

Jan 20, 2025 17:28

यूपी और हरियाणा के बीच लंबे समय से चल रहे सीमा विवाद में सोमवार को हल की उम्मीद थी, लेकिन पैमाइश की तारीख टालने के बाद विवाद और गहरा गया है ।

Short Highlights
  • हरियाणा के दबंग किसानों ने जमीन पर किया कब्जा 
  • वर्षों से अपनी जमीन पाने के लिए कर रहे संघर्ष 
  • यमुना के कटाव के चलते हुआ सीमा विवाद 

Aligarh news : यूपी और हरियाणा के बीच लंबे समय से चल रहे सीमा विवाद में सोमवार को हल की उम्मीद थी, लेकिन पैमाइश की तारीख टालने के बाद विवाद और गहरा गया है । यूपी में अलीगढ़ के धारागढ़ी गांव के निवासी ओमप्रकाश ने जानकारी दी कि दोनों राज्यों के राजस्व अधिकारियों को सोमवार को मौके पर पहुंचकर पैमाइश करनी थी, लेकिन यह कार्य सोमवार को स्थगित कर दिया गया। इससे क्षेत्र के ग्रामीणों में गहरा रोष है ।

हरियाणा के दबंग किसानों ने जमीन पर किया कब्जा 

यूपी के ग्रामीणों ने हरियाणा के दबंग किसानों पर जबरन जमीन पर कब्जा जमाने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि ऊंटासानी और धारागढ़ी की जमीन, यमुना नदी के कटाव के चलते हरियाणा की सीमा में चली गई है। अब हरियाणा के महौली और हसनपुर के किसानों ने इन जमीनों पर कब्जा कर लिया है। ग्रामीणों ने अवैध कब्जे को हटाने और अपनी जमीन वापस दिलाने की मांग की है। 

वर्षों से अपनी जमीन पाने के लिए कर रहे संघर्ष 

ग्रामीणों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि 23 जनवरी तक इस सीमा विवाद का समाधान नहीं निकाला गया, तो वे कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन करेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि वे वर्षों से अपनी जमीन वापस पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रहा है। एसडीएम खैर महिमा ने कहा कि सीमा विवाद का समाधान नए जिलाधिकारी से वार्ता के बाद किया जाएगा। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि जल्द ही पैमाइश की तारीख तय की जाएगी और विवाद का निपटारा किया जाएगा। 

 यमुना के कटाव के चलते हुआ सीमा विवाद 

धारा गढ़ी और ऊंटासानी गांव की जमीन यमुना नदी के कटाव के कारण हरियाणा की सीमा में चली गई है । ग्रामीणों का कहना है कि दीक्षित वार्ड के माध्यम से दोनों प्रदेशों का सही सीमांकन किया जाना चाहिए, ताकि सीमा विवाद का स्थायी समाधान हो सके । यह विवाद न केवल दोनों राज्यों के प्रशासन के लिए चुनौती है, बल्कि क्षेत्रीय शांति में भी बाधा बन रहा है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि प्रशासन उनकी समस्या को गंभीरता से लेगा और समय पर समाधान करेगा। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो आगामी दिनों में प्रदर्शन और आंदोलन तेज हो सकते हैं ।

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