अवैध डिग्री पर नौकरी कर रही दो महिला टीचर पकड़ी गई : 19 साल से शिक्षा विभाग को बनाया बेवकूफ, होगी बड़ी कार्रवाई

UPT | symbolic image

Aug 10, 2024 02:33

उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यूपी में दो महिला शिक्षक अवैध डिग्री पर सरकारी नौकरी करती पकड़ी गई हैं...

Short Highlights
  • 19 साल से अवैध डिग्री पर कर रही थींसरकारी नौकरी
  • एसटीएफ ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सौंपी रिपोर्ट 
  • आरोपितों को किया गया नोटिस जारी
Ambedkar Nagar News : उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यूपी में दो महिला शिक्षक अवैध डिग्री पर सरकारी नौकरी करती पकड़ी गई हैं। यूपी एसटीएफ की जांच में पाया गया कि दोनों टीचर 19 साल से फर्जी बीएड की डिग्री पर नौकरी कर रही हैं। दोनों महिला टीचरों को नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा। वहीं वेतन भी वसूला जा सकता है।

बीएड डिग्री के आधार पर नौकरी
बेसिक शिक्षा विभाग को धोखा देकर पिछले 19 वर्षों से दो महिला शिक्षक अवैध बीएड डिग्री के आधार पर नौकरी कर रही थीं। दोनों ने छत्तीसगढ़ के रायपुर स्थित दून इंटरनेशनल विश्वविद्यालय से बीएड किया था, जबकि यूजीसी ने इस विश्वविद्यालय को अवैध घोषित कर दिया है। एसटीएफ ने जांच पूरी करने के बाद दोनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को रिपोर्ट सौंप दी है।

यहां पर तैनात दोनों टीचर
मान्धाता की तैनाती अकबरपुर शिक्षाक्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय गौरा में और सरोजलता की तैनाती प्राथमिक विद्यालय बरौरा में है। बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय से प्राप्त पत्र में दोनों महिला शिक्षिकाओं की नियुक्ति में लगे अभिलेखों को अवैध घोषित किया गया है। अब आरोपितों को नोटिस जारी किया गया है, और उनके जवाब के आधार पर विधिक तथा विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

वेतन की हो सकती है वसूली
दोनों महिला शिक्षिकाओं की तैनाती वर्ष 2005 में की गई थी। अवैध बीएड डिग्री के आधार पर अब तक वे तीन करोड़ रुपये से अधिक का वेतन प्राप्त कर चुकी हैं। एसटीएफ ने मान्धाता और सरोजलता को बीएड की अवैध डिग्री के आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग में नौकरी करते हुए पकड़ा। मान्धाता ने अक्टूबर 2003 में दून इंटरनेशनल विश्वविद्यालय से बीएड की डिग्री प्राप्त की थी, जबकि सरोजलता ने फरवरी 2005 में इसी विश्वविद्यालय से बीएड किया था।

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