लोकसभा चुनाव 2024 : अमेठी में जनता का किस पर भरोसा, स्मृति ईरानी या किशोरी लाल शर्मा

UPT | स्मृति ईरानी और किशोरी लाल शर्मा की फाईल फोटो

May 18, 2024 13:23

लोकसभा चुनाव के चार चरणों के मतदान हो चुके हैं। 20 मई को पांचवें चरण के चुनाव होने हैं। इस चरण में उत्तर प्रदेश के 14 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है।

Amethi News : लोकसभा चुनाव के चार चरणों के मतदान हो चुके हैं। 20 मई को पांचवें चरण के चुनाव होने हैं। इस चरण में उत्तर प्रदेश के 14 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है। यूपी की हाईप्रोफाइल सीट अमेठी और रायबरेली में भी 20 मई को मतदान होना है। अमेठी और रायबरेली सीट कांग्रेस का गढ़ रही है। साल 2004 में राहुल गांधी ने अमेठी से पहली बार चुनाव लड़ा था। राहुल गांधी इस सीट से हमेशा जीतते आए हैं, लेकिन 2019 में राहुल गांधी को स्मृति ईरानी के सामने हार का मुंह देखना पड़ा था। इस बार अमेठी से कांग्रेस ने राहुल गांधी की जगह किशोरी लाल शर्मा को मैदान में उतारा है। भाजपा ने तीसरी बार स्मृति ईरानी पर विश्वास जताते हुए उन्हें मैदान में उतारा है। 

स्मृति ईरानी का राजनीतिक कॅरियर
स्मृति ईरानी ने साल 2003 में भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा था। उस समय उन्हें महाराष्ट्र यूथ विंग का उपाध्यक्ष बनाया गया था। साल 2004 में उन्होंने दिल्ली की चांदनी चौक लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और हार गईं। साल 2014 में स्मृति ईरानी ने अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा और उन्हें हार मिली। लेकिन, जब बीजेपी पूर्ण बहुमत से सत्ता में आईं तो स्मृति ईरानी पहले शिक्षा मंत्री रहीं और उसके बाद उन्हें कपड़ा मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई। स्मृति कैबिनेट की सबसे युवा महिला सदस्य बनीं। साल 2019 में एक बार फिर भाजपा ने उन पर भरोसा जताते हुए अमेठी से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ाया। इस बार उन्होंने राहुल गांधी को 55 हजार वोटों से हरा दिया। अब साल 2024 में एक बार फिर बीजेपी ने स्मृति ईरानी को अमेठी लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। 
 
किशोरी लाल शर्मा का राजनीतिक सफर
किशोरी लाल शर्मा का राजनीति से कोई सीधा संबंध नहीं रहा है, लेकिन ये भी नहीं कहा जा सकता कि किशोरी लाल शर्मा राजनीति से बिल्कुल अंजान हैं। गांधी परिवार के साथ उनके करीबी रिश्ते हैं। किशोरी लाल शर्मा राजीव गांधी के समय से ही गांधी परिवार से जुड़े हैं। राजीव गांधी के समय से ही उनका रायबरेली और अमेठी में आना-जाना लगा रहता था। कांग्रेस पार्टी और सोनिया गांधी की अनुपस्थिति में रायबरेली और अमेठी में उन्होंने प्रबंधक के रूप में काम किया। वहां उन्होंने सड़कों, पुलों, स्कूलों और स्वास्थ्य सुविधाओं सहित कई बुनियादी ढांचे में सुधार का काम किया है। जिस वजह से वह वहां की जनता में लोकप्रिय हैं। शायद यही वजह है कि कांग्रेस ने केएल शर्मा को अमेठी से अपना उम्मीदवार बनाया। 

दोनों के बीच कड़ा मुकाबला
कांग्रेस के किशोरी लाल शर्मा और बीजेपी की स्मृति ईरानी के बीच कड़ा मुकाबला है। एक तरफ स्मृति ईरानी अमेठी से मौजूदा सांसद हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस के वफादार और अमेठी की जनता से परिचित किशोरी लाल शर्मा। दोनों में अमेठी की जनता किसे अपना समर्थन और आशीर्वाद किसे देगी, यह तो आने वाले चार जून को ही तय होगा।

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