अयोध्या पहुंचे भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता : सुधांशु त्रिवेदी का विपक्ष पर बड़ा तंज, बोले- रामलला की तारीख नहीं समझ सका विपक्ष

UPT | अयोध्या में डॉ सुधांशु त्रिवेदी।

Jan 12, 2025 21:53

राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी रविवार को अयोध्या पहुंचे। सर्व प्रथम रामलला का दर्शन पूजन कर आशीर्वाद प्राय किया। निर्माणाधीन रामायण विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भाग ...

Ayodhya News : भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी रविवार को अयोध्या पहुंचे। सर्व प्रथम रामलला का दर्शन पूजन कर आशीर्वाद प्राय किया। भाजपा के राष्ट्रीय नेता निर्माणाधीन रामायण विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने अयोध्या आए हैं। यहां पत्रकारों के सवालों पर बड़े सफाई से विपक्ष पर जमकर तंज किया। कहा कि रामलला के विराजमान होने का एक वर्ष पूरे हुए हैं। हर ओर देश दुनिया मे भारी उल्लास था लेकिन विपक्ष समझ ही नहीं सका। विपक्ष पहले आरोप लगाते हुए कहता था कि रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे। इस तरह का आरोप लगाने वाले विपक्ष तारीख का रहस्य नहीं समझ पा रहा था।

डॉ. त्रिवेदी ने बताया रामलला के आने से पहले तारीख का रहस्य
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ सुधांशु त्रिवेदी कहते हैं कि रामलला इंतजार कर रहे थे कि जब होंगे प्राण प्रतिष्ठित हों तो जिले का नाम फैजाबाद नहीं अयोध्या होगा। जब राम प्राण प्रतिष्ठित होंगे तो महाकुंभ प्रयागराज में होगा इलाहाबाद में नहीं। रामलला कर रहे थे इंतजार कि देश में कर्म योगी आएगा। जो प्रधानमंत्री होगा। एक योगी आएगा उत्तर प्रदेश में जो मुख्यमंत्री होगा। ऐसा योगी जो भगवान राम को अपने ही आवास में नहीं 4 करोड़ लोगों को आवास देने के बाद 15 करोड़ लोगों को जल देने के बाद भारत को पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के बाद प्रभु राम के प्रतिष्ठित होने की तारीख आएगी। राम लला के प्रतिष्ठित होने से विश्व में इतना बड़ा परिवर्तन इतिहास में दर्ज है। कहा कि सौगंध राम की खाते हैं कि मंदिर वहीं बनाएंगे, आज प्रभु की कृपा से सौगंध पूरी हुई है। जो राम लला को लेकर प्रश्न उठाते थे उन्हें राम की महिमा को समझना नहीं आता था।

वक्फ़ भारत के सेकुलर संविधान पर सबसे बड़ा थोपा गया कानून
प्रयागराज महाकुंभ को लेकर नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद पर भी राष्ट्रीय प्रवक्ता ने जुबानी हमला बोला। कहा कि सब की अपनी सुमति होती है। उनकी टिप्पणी को उन्हीं की तरह देखना चाहिए। महाकुंभ में वक्फ़ की जमीन के प्रयोग के सवाल पर उन्होंने कहा कि वक्फ़ भारत के सेकुलर संविधान पर एक थोपा गया सबसे बड़ा कानून है। इसका आधार शरीयत में गैर इस्लामिक शक्तियों की गिनती जिम्मी में होती है, जिनकी प्रॉपर्टी वैलिड नहीं होती। क्या हिंदुस्तान की जनता को जिम्मी बना कर रखा है। तथाकथित सर्कुलर लोगों ने दलगत भावना से ऊपर उठकर सभी दलों को इस बारे में विचार करना चाहिए। दिल्ली के चुनाव को लेकर सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि दिल्ली की जनता आम आदमी पार्टी और केजरीवाल के नित्य बदलते स्वरूप को देख जनता जागृत हो चुकी है।

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राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में जो नहीं आए उनसे बड़ा अभागा कोई नहीं
अयोध्या में रामलला के दर्शन के बाद पत्रकारों से मुखातिब भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस पर भी हमला बोला। कहा कि जो राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में नहीं आए उनसे बड़ा अभागा कोई नहीं हो सकता। कहा कि कांग्रेस ने लिख कर दिया है कि हम नहीं आएंगे। उनके मन का भाव स्पष्ट है। यानी कांग्रेस के मन में धर्म और संस्कृति के लिए कोई स्थान नहीं है। केवल और केवल राजनीति करते हैं। राजनीति के चलते ही कांग्रेस के लोग राम मंदिर में नहीं आए।

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बाबर की मजार पर पहुंचीं कांग्रेस की तीन पीढियां
अयोध्या राम मंदिर में निमंत्रण के बाद भी नहीं पहुंचने पर डॉ सुधांशु ने कहा कि बाबर की मजार पर जाकर उनकी तीन पीढियां सजदा की हैं। बताया कि 1959 में बाबर की मजार पर जवाहरलाल नेहरू गए थे। 1968 में इंदिरा गांधी और 2005 में राहुल गांधी ने बाबर की मजार पर सजदा किया है। कांग्रेस पर हमलावर राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि जब राम मंदिर आंदोलन शुरू हुआ तो 400 सीटें कांग्रेस के पास थीं। उसके बाद कांग्रेस पार्टी को कभी भी बहुमत नहीं मिला है। अयोध्या में रामायण विश्वविद्यालय के कार्यक्रम में पहुंचे डॉ. त्रिवेदी ने रामायण विश्वविद्यालय को अच्छा और सुंदर प्रयोग बताया है। कहा कि वैश्विक पहचान बना चुकी अयोध्या एक नगर नहीं भगवान श्री राम का मंदिर जो श्रेष्ठतम मानवीय मूल्यों का प्रतीक होने जा रहा है। भारत की प्राचीन परंपरा को जिसको दुनिया धीरे-धीरे अब स्वीकार कर रही है। रामायण विश्वविद्यालय इसका प्रतीक बन रहा है। उस प्राचीन ज्ञान को स्थापित करने में सफल होगा।

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