श्रीराम जन्मभूमि पर बने नव्य और भव्य मंदिर में प्रभु रामलला स्वरूप में 22 जनवरी 2024 को विराजमान हो गए हैं। यह पहला दीपोत्सव होगा। ऐसे में इस आठवें दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने में जिला प्रशासन कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहता है।
Oct 27, 2024 18:10
श्रीराम जन्मभूमि पर बने नव्य और भव्य मंदिर में प्रभु रामलला स्वरूप में 22 जनवरी 2024 को विराजमान हो गए हैं। यह पहला दीपोत्सव होगा। ऐसे में इस आठवें दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने में जिला प्रशासन कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहता है।
Ayodhya News : श्रीराम जन्मभूमि पर बने नव्य और भव्य मंदिर में प्रभु रामलला स्वरूप में 22 जनवरी 2024 को विराजमान हो गए हैं। यह पहला दीपोत्सव होगा। ऐसे में इस आठवें दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने में जिला प्रशासन कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहता है। दीपोत्सव को लेकर यातायात योजना भी तैयार कर ली गई है, जो 29 अक्टूबर की आधी रात 12 बजे से लागू होकर 31 अक्टूबर दोपहर तक प्रभावी रहेगी। यह डायवर्जन बड़े और भारी वाहनों पर लागू होगा। आवश्यक सेवाओं और वाहनों पर किसी प्रकार का डायवर्जन लागू नहीं होगा।
इन रूट्स पर होगा डायवर्जन
- लखनऊ की ओर से अयोध्या होकर गोरखपुर/बस्ती की ओर जाने वाले वाहनों को बाराबंकी से जरवल रोड, गोण्डा, मनकापुर, हरेया, बस्ती, गोरखपुर की ओर भेजा जाएगा।
- गोण्डा/बलरामपुर की ओर से अयोध्या होकर लखनऊ/बाराबंकी की तरफ जाने वाले भारी वाहनों को गोण्डा या मनकापुर से रोककर कर्नेलगंज, जरवल रोड, रामनगर चौराहा होते हुए जनपद बाराबंकी, लखनऊ की ओर भेजा जाएगा।
- प्रयागराज/सुल्तानपुर की ओर से अयोध्या होकर बस्ती/गोरखपुर को जाने वाले वाहनों को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से अम्बेडकरनगर होते हुए बस्ती, गोरखपुर की ओर भेजा जाएगा।
- अम्बेडकरनगर की ओर से अयोध्या होकर बस्ती/गोरखपुर जाने वाले वाहनों को अम्बेडकरनगर से टाण्डा कलवारी पुल होते हुए बस्ती की तरफ मोड़ दिया जाएगा।
- रायबरेली, अमेठी की ओर से अयोध्या होकर बस्ती/गोरखपुर की ओर आने वाले वाहनों को जगदीशपुर अयोध्या मार्ग से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे वाया अम्बेडकरनगर होते हुए बस्ती, गोरखपुर की ओर भेजा जाएगा।
- आजमगढ़, अम्बेडकरनगर से अयोध्या होकर लखनऊ की ओर जाने वाले वाहनों को अम्बेडकरनगर से दोस्तपुर (सुल्तानपुर) मार्ग से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर डायवर्ट कर दिया जाएगा।
- गोरखपुर, बस्ती से आने वाले भारी वाहनों को कलवारी, टाण्डा (अम्बेडकरनगर) होते हुए पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से लखनऊ की तरफ मोड़ा जाएगा।
- जनपद बहराइच की ओर से बाराबंकी की तरफ आने वाले भारी वाहनों को टिकोरा मोड़ से चहलारी पुल (घाघरा नदी) से रेउसा, बिसवां, सिधौली या खैराबार होकर अपने गंतव्य की ओर भेजा जाएगा। ऐसा रामनगर बाराबंकी में मरकामऊ पुल के क्षतिग्रस्त होने के कारण भारी वाहनों का गुजरना प्रतिबंधित है।