अयोध्या गैंगरेप केस : अग्रिम इलाज के लिए जिला महिला अस्पताल में भर्ती पीड़िता, जानें कैसी है तबीयत?

UPT | अयोध्या गैंगरेप केस

Aug 10, 2024 10:23

सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 14 वर्षीय किशोरी को शुक्रवार की शाम को अग्रिम इलाज के लिए जिला महिला अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, किशोरी की हालत अब...

Ayodhya News : सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 14 वर्षीय किशोरी को शुक्रवार की शाम को अग्रिम इलाज के लिए जिला महिला अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, किशोरी की हालत अब खतरे से बाहर है। अस्पताल में पीड़िता के लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। जिससे उसकी देखभाल में किसी प्रकार की कोई कमी न रहे।

आरोपी को किया गिरफ्तार
पूराकलंदर थाना क्षेत्र के भदरसा में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार होने के बाद 14 साल छह माह की किशोरी गर्भवती हो गई थी। उसके गर्भ में 12 सप्ताह का भ्रूण पल रहा था। आरोपी सपा नेता मोईद खान और उसके नौकर राजू खान पर केस दर्ज होने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था। 31 जुलाई को उसे जिला महिला अस्पताल में भर्ती किया गया था।

केजीएमयू मे कराया गया गर्भपात
नौ माह तक शिशु को गर्भ में रखकर प्रसव कराना संभव नहीं था। इस स्थिति में किशोरी और उसके परिजनों ने गर्भपात कराने पर सहमति दी। जिसे बाल कल्याण समिति ने भी मंजूरी प्रदान की। गर्भपात के दौरान किशोरी की जान को खतरा था और महिला अस्पताल में उचित संसाधनों की कमी थी। इस कारण 5 अगस्त को उसे केजीएमयू लखनऊ रेफर कर दिया गया था। लखनऊ में किशोरी का गर्भपात किया गया और डीएनए सैंपल भी लिए गए। स्थिति में सुधार होने पर किशोरी को शुक्रवार की शाम को जिला महिला अस्पताल में फिर से भर्ती करा दिया गया। महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. विभा कुमारी ने बताया कि किशोरी की हालत अब स्थिर है और उसे कड़ी सुरक्षा के साथ प्राइवेट वार्ड में रखा गया है। डॉक्टरों की एक टीम लगातार उसकी देखभाल कर रही है।

डीएनए जांच के लिए गए सैंपल
सामूहिक दुष्कर्म मामले में जेल में बंद दोनों आरोपियों के खून के नमूने डीएनए जांच के लिए एकत्र किए गए हैं। इस मामले की विवेचना अधिकारी / थाना प्रभारी पूरा कलंदर, देवेंद्र सिंह ने जिला कारागार में अभियुक्तों के रक्त नमूने एकत्र करने की अनुमति के लिए विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट प्रथम निरुपमा विक्रम की अदालत में प्रार्थना पत्र दायर किया था। कोर्ट की अनुमति मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग के नामित चिकित्सक के साथ मंडल कारागार जाकर मोईद खान और राजू खान के रक्त नमूने लिए गए और एफएसएल लैब में जांच के लिए भेजे गए हैं।

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