Ayodhya News : बाढ़ की आहट से पहले तैयारी में जुटा प्रशासन, स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में अधिकारियों को दिए खास निर्देश

UPT | जिला स्तरीय स्टीयरिंग ग्रुप की बैठक

Apr 27, 2024 15:48

बाढ़ की आहट के बहुत पहले जिला प्रशासन अपने कील कांटे दुरुस्त कर कम से कम हानि पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है। इस बाबत जिला अधिकारी नितीश कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय स्टीयरिंग ग्रुप की बैठक हुई है..

Ayodhya News : बाढ़ की विभीषिका जनपद के दो दर्जन से अधिक गांवों के लोगों को हर वर्ष परेशान करती रहती है। जिसे झेलना यहां के लोगों की मजबूरी बन गई है। यहां घाघरा (सरयू नदी) नदी रौद्ररूप भी अपनाती है, जिससे तमाम कृषि योग्य भूमि कटकर नदी की धारा में समाहित हो जाती है। ऐसे में बाढ़ की आहट के पहले जिला प्रशासन अपने कील कांटे दुरुस्त कर कम से कम हानि पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है। इस बाबत जिला अधिकारी नितीश कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय स्टीयरिंग ग्रुप की बैठक संपन्न हुई है। बैठक में आगामी वर्षा ऋतु के दृष्टिगत जनपद के विभिन्न तहसीलों के सम्भावित बाढ़ प्रभावित ग्रामों में आवश्यकतानुसार बाढ़ चौकियों, राहत केन्द्रों और शिविरों की व्यवस्था, नावों की व्यवस्था, वाहनों के अधिग्रहण, राहत सामग्री की व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था, पेयजल की आपूर्ति, पशु चिकित्सा, विद्युत आपूर्ति, आवगमन, साफ सफाई आदि बिंदुओं पर चर्चा की। 

10 दिन में विभागों के अफसरों और कर्मचारियों की लिस्ट दें : डीएम
बैठक में डीएम नितीश कुमार ने सभी संबंधित तहसीलों में बाढ़ चौकियों, बाढ़ केन्द्रों, राहत शिविरों के लिए स्थान चिन्हांकन, बाढ़ चौकियों और राहत शिविरों आदि के लिए राजस्व विभाग, चिकित्सा विभाग, पशु चिकित्सा विभाग के अफसरों और कर्मचारियों की  सूची( नाम, पदनाम तथा मोबाईल नंबर सहित) 10 दिवस में उपलब्ध कराने के निर्देश समस्त सम्बन्धित विभागों के अध्यक्षों को दिए हैं। कहा है कि उक्त केन्द्रों पर आने-जाने वाले रास्तों का निरीक्षण करके यह सुनिश्चित कर लेने कि सड़क गढ्ढेमुक्त हो और आने-जाने के दो रास्ते हों। जिससे बाढ़ के समय आवागमन में कोई कठिनाई नहीं होगी। राहत शिविरों के सम्बन्ध में सभी तहसीलदार / उपजिलाधिकारी को निर्देशित किया गया कि प्रभावित होने वाले सम्भावित क्षेत्रों का भ्रमण कर यह सुनिश्चित कर लें कि तहसील मुख्यालय से राहत शिविर, बाढ़ केन्द्र चौकी कितनी दूरी पर बनाये जाने है और किन-किन अधिकारी व कर्मचारी की तैनाती की जायेगी।


लोगों के मोबाइल नंबर की डायरेक्टरी बनाने के निर्देश
डीएम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के एसडीएम औऱ तहसीलदार को निर्देशित किया है कि प्रभावित गांवों का दौरा करें। दी जाने वाली सुविधाओं के लिए स्थलीय निरीक्षण करें। साथ ही ऐसे सभी प्रभावित गांवों के न्यूनतम 50-50 व्यक्तियों के मोबाइल नम्बर लेकर डायरेक्टरी बनवा लें। यह सुनिश्चित करें कि कौन-कौन से गांव किस स्तर के बाढ़ व जल प्लावन से प्रभावित होते हैं। विशेष रूप से मुख्य पशु चिकित्साधिकारी यह सुनिश्चित करें कि राजस्व विभाग द्वारा तैयार बाढ़ केन्द्र व चौकियों के अनुसार ही पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए। 10 दिवस के अन्दर बाढ़ केन्द्र,बाढ़ चौकी, राहत केन्द्र तथा राहत शिविर को तैयार कराकर स्वयं भ्रमण कर सुनिश्चित कर ले कि इनमें कितने व्यक्ति, कितने पशु आ सकते है। आवश्यकतानुसार प्रकाश व्यवस्था हेतु सोलर लाइट, स्वच्छ पेय जल हेतु इण्डिया माका-2 हैण्डपम्प लगा दिए जाएं।


बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में इनकी बनेगी लिस्ट
जिला अधिकारी ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निवासित विकलांग, वृद्ध तथा गर्भवती महिलाओं की सूची बनानी होगी, जिससे राहत कार्यों में उनको प्राथमिकता दी जा सके। कम उम्र के बच्चों के भोजन, पोषक खाद्य सामग्री का विशेष ध्यान रखा जाए। बाढ़ चौकी पर चारा, प्रकाश, सुरक्षा तथा निर्बाध संचार व्यवस्था हेतु वायरलेस सेट लगाने की व्यवस्था की जाए। बचाव उपकरणों को बाढ़ केन्द्रों पर संरक्षित कर लें। साथ ही साथ राहत कैम्प में महिलाओं एवं पुरूषों के लिये पृथक-पृथक टायलेट स्नानागार की व्यवस्था की जायेगी व उसके नियमित रूप से साफ-सफाई एवं वेस्ट डिस्पोजल का प्रबन्ध किया जाए।

ये सभी रहे मौजूद
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ऋषिराज, प्रभागीय वनाधिकारी प्रणव जैन, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व/ प्रभारी अधिकारी दैविक आपदा महेंद्र कुमार सिंह सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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