मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामायण मेला का किया शुभारंभ : 5 से 8 दिसंबर तक  होगा आयोजित

UPT | 43वें रामायण मेला के प्रथम पोस्टर का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया अनावरण।

Oct 31, 2024 23:01

इस वर्ष के पोस्टर में जयमाल का दृश्य उकेरा गया है। रामायण मेला समिति के संतों ने मुख्यमंत्री को 5 दिसंबर को मेले का उद्घाटन करने के लिए भी आमंत्रित किया। समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री के संरक्षण में रामायण मेला एक नया स्वरूप ले रहा है, और भविष्य में इसे और भी विस्तृत किया जाएगा।

Short Highlights
  • प्रभु श्रीराम एवं माता सीता के विवाह के प्रसंग को दर्शाता है प्रथम पोस्टर 
  • संतों ने स्वीकारा मुख्यमंत्री जी के संरक्षण में हर वर्ष नया स्वरूप ले रहा रामायण मेला 
  • कारसेवक पुरम परिसर की गोशाला में मुख्यमंत्री ने की गो सेवा और पूजन
Ayodhya News : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपावली के अवसर पर गुरुवार को कारसेवक पुरम में 5 से 8 दिसंबर 2024 तक प्रस्तावित रामायण मेला का सांकेतिक शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने मेले के पहले पोस्टर का विमोचन किया, जो प्रभु श्रीराम और माता सीता के विवाह के प्रसंग को दर्शाता है। हर वर्ष राम विवाह के अवसर पर अयोध्या में यह मेला आयोजित होता है, और पिछले कई वर्षों से इसका पहला पोस्टर मुख्यमंत्री द्वारा अनावरण किया जाता रहा है।

सीएम के संरक्षण में रामायण मेला का नया स्वरूप
इस वर्ष के पोस्टर में जयमाल का दृश्य उकेरा गया है। रामायण मेला समिति के संतों ने मुख्यमंत्री को 5 दिसंबर को मेले का उद्घाटन करने के लिए भी आमंत्रित किया। समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री के संरक्षण में रामायण मेला एक नया स्वरूप ले रहा है, और भविष्य में इसे और भी विस्तृत किया जाएगा।

समारोह में ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर रामायण मेला समिति के कई प्रमुख सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें श्री महंत राघवाचार्य, जगद्गुरु राम दिनेशाचार्य, और महंत जन्मेजय शरण शामिल हैं। महापौर महंत गिरीश पति त्रिपाठी, नगर विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी इस समारोह में भाग लिया।

सीएम ने गौ माता का किया पूजन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके अलावा रामायणम् आश्रम जानकी घाट में युग तुलसी परमपूज्य महाराज श्रीरामकिंकर जी की शतजयंती महोत्सव में भी भाग लिया। उन्होंने कारसेवक पुरम परिसर में स्थित गौशाला में गौ माता का पूजन किया और गाय को केला खिलाया।

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