रामलला के मन्दिर में विराजमान होने के बाद इस प्रथम दीपोत्सव पर एक नए विश्व कीर्तिमान और अद्भुत भव्यता के लिए हो रही तैयारियों पर बहुत ही सूक्ष्म अवलोकन किया जा रहा है जिससे कहीं कोई कोर कसर न रह जाए।
Oct 24, 2024 00:15
रामलला के मन्दिर में विराजमान होने के बाद इस प्रथम दीपोत्सव पर एक नए विश्व कीर्तिमान और अद्भुत भव्यता के लिए हो रही तैयारियों पर बहुत ही सूक्ष्म अवलोकन किया जा रहा है जिससे कहीं कोई कोर कसर न रह जाए।
Ayodhya News : रामलला के अपने मन्दिर में विराजमान होने के बाद इस प्रथम दीपोत्सव पर एक नए विश्व कीर्तिमान और अद्भुत भव्यता के लिए हो रही तैयारियों पर बहुत ही सूक्ष्म अवलोकन किया जा रहा है जिससे कहीं कोई कोर कसर न रह जाए। जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रशासनिक महकमे के उच्चाधिकारियों तक में दीपोत्सव को अद्भुत बनाने की ललक दिख रही है। जिसके चलते प्रतिदिन तैयारियां धरातल पर परखी जा रही हैं।
30 हजार वालंटियर के सहयोग से प्रज्ज्वलित किए जाएंगे 28 लाख दीये
इसी क्रम में डाॅ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने रामनगरी के दीपोत्सव-2024 की भव्यता के लिए तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंशानुरूप दीपोत्सव को अलौकिक एवं भव्य बनाने के लिए राम की पैड़ी के 55 घाटों पर 30 हजार वालंटियर के सहयोग से 28 लाख दीपों को सजाने के साथ 25 लाख से अधिक दीये प्रज्ज्वलित कर एक नया विश्व रिकार्ड बनायेंगे। सभी वालंटियर दीपोत्सव के लोगो में सफेद टी-सर्ट व कैप में नजर आयेंगे। विश्वविद्यालय प्रशासन गुरुवार से परिसर, सम्बद्ध महाविद्यालयों, इण्टर कालेज व स्वयंसेवी के वालंटियर को आई कार्ड का वितरण प्रारम्भ कर देगा।
55 घाटों पर हो रहे दीपोत्सव के लिए एक दर्जन से अधिक पर्यवेक्षक नियुक्त
विश्वविद्यालय के दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र ने बताया कि अयोध्या के दीपोत्सव को एतिहासिक बनाने के लिए सरयू के 55 घाटों पर एक दर्जन से अधिक पर्यवेक्षक तैनात किए गए हैं। इसके अलावा 55 घाट समन्वयक व घाट प्रभारी नियुक्त किए हैं। इन सभी घाटों पर आवासीय परिसर, संबद्ध महाविद्यालयों, इण्टर कालेज एवं स्वयंसेवी संस्थाओं पदाधिकारी की देखरेख में दीप प्रज्ज्वलित कर सातवीं बार विश्व कीर्तिमान बनेगा। विवि के मीडिया प्रभारी डाॅ. विजयेन्दु चतुर्वेदी ने बताया कि 25 अक्टूबर को पूर्वाह्न 11ः30 बजे दीपोत्सव को भव्य एवं दिव्य के लिए अंतिम प्रशिक्षण बैठक स्वामी विवेकानंद सभागार में होगी। जिसमें विश्वविद्यालय के समस्त संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, निदेशक, समन्वयक, जिला विद्यालय निरीक्षक, दीपोत्सव में प्रतिभाग करने वाले समस्त प्राचार्यगण, सम्बद्ध महाविद्यालय, समस्त समन्यक, घाट प्रभारी एवं वालंटियर प्रतिभाग करेंगे।