मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना : कंपोजिट विद्यालय कसौंडर की बदलेगी रूपरेखा, 1.30 करोड़ रुपये की परियोजना स्वीकृत

UPT | कंपोजिट विद्यालय कसौंडर की बदलेगी रूपरेखा

Jan 08, 2025 18:41

मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय के तहत चयनित कंपोजिट विद्यालय कसौंडर के दिन जल्द बहुरने वाले हैं। शासन की ओर से इस विद्यालय के विकास के लिए 1.30 करोड़ की परियोजना को स्वीकृत किया गया है। पहली किस्त में साठ फीससी धनराशि 78.50 लाख रुपये जारी कर दिए गए हैं। जल्द विद्यालय में विकास कार्य शुरू करा दिए जाएंगे।

Ballia News : मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत चयनित कंपोजिट विद्यालय कसौंडर की रूपरेखा जल्द बदलने वाली है। शासन ने इस विद्यालय के विकास के लिए 1.30 करोड़ रुपये की परियोजना को स्वीकृत किया है। इस परियोजना की पहली किस्त के तौर पर 78.50 लाख रुपये जारी किए गए हैं, जिससे विद्यालय में आवश्यक विकास कार्यों की शुरुआत की जाएगी।

स्मार्ट क्लास, पुस्तकालय और अन्य सुविधाएं होंगी उपलब्ध
इस परियोजना के अंतर्गत विद्यालय में कई आधुनिक सुविधाओं का समावेश किया जाएगा। यहां स्मार्ट क्लास, पुस्तकालय, कंप्यूटर प्रयोगशाला, ग्रीन बेल्ट के साथ-साथ पेयजल, शौचालय, चहारदीवारी और रसोईघर जैसी बुनियादी सुविधाओं का भी निर्माण किया जाएगा। इन सभी सुविधाओं के साथ, विद्यालय में छात्रों को बेहतर वातावरण में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।



शिक्षा क्षेत्र नगरा को मिली दोहरी सौगात
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत शिक्षा क्षेत्र नगरा को दोहरी सौगात मिली है। इस योजना में चयनित विद्यालयों में इंटर तक की शिक्षा प्रदान करने की पहल की गई है। इसके साथ ही परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत बच्चों को बेहतर शिक्षा और सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से अभ्युदय कंपोजिट स्कूल खोले जा रहे हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालय योजना के तहत तुर्की के विद्यालय को भी चयनित किया गया है। इन दोनों विद्यालयों के चयन से क्षेत्र में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।

कार्य में तेजी लाने के निर्देश
शासन द्वारा दी गई स्वीकृति के बाद, अब प्राथमिकता के आधार पर इन विद्यालयों का निर्माण मानक के तहत किया जाएगा। ताकि छात्रों को बेहतरीन शिक्षा का अवसर मिल सके। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत कंपोजिट विद्यालय कसौंडर के विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि जल्द ही विद्यार्थियों को इन सुविधाओं का लाभ मिल सके।

Also Read