बलिया जनपद में ग्रुप '1241' इन दिनों चर्चा में है। यह ग्रुप कहां का है ? इसे कौन संचालित करता है ? इसका सरगना कौन है ? इसका जन्म कब हुआ...
Jan 06, 2025 18:04
बलिया जनपद में ग्रुप '1241' इन दिनों चर्चा में है। यह ग्रुप कहां का है ? इसे कौन संचालित करता है ? इसका सरगना कौन है ? इसका जन्म कब हुआ...
Ballia News : जनपद में ग्रुप '1241' इन दिनों चर्चा में है। यह ग्रुप कहां का है? इसे कौन संचालित करता है? इसका सरगना कौन है ? इसका जन्म कब हुआ ? ग्रुप से जुड़े लोग क्या काम करते हैं ? यह सारे सवाल लोगों के जेहन में कौंध रहे हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि ग्रुप '1241' गाजीपुर जनपद से संचालित होता है। यह सूदखोरों का एक बड़ा गैंग है। इसके सदस्य आस-पास के क्षेत्र में भी फैले हुए हैं। इसके कुछ सदस्य कोटवा नारायणपुर गांव में भी मौजूद हैं। नए साल के पहले दिन शराब भट्ठी पर प्रशांत गुप्ता और गोलू वर्मा की धारदार हथियार से की गई हत्या के मामले में डबल मर्डर का मुख्य आरोपी भी इसी गैंग का है। मामला प्रकाश में आने के बाद पुलिस '1241' ग्रुप की छानबीन में जुट गई है।
कोटवा बाजार में सूदखोरी का है बड़ा नेटवर्क
बताते चलें कि नरहीं थाने के सिकन्दरपुर में बीते एक जनवरी को शराब भट्ठी पर हुए विवाद के बाद प्रशांत गुप्ता और गोलू वर्मा की धारदार हथियार से मनबढ़ों द्वारा की गई हत्या ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। मुहम्मदाबाद तहसील क्षेत्र के साथ ही कोटवा बाजार में सूदखोरी का बड़ा नेटवर्क है।
बता दें कि औमृतक गोलू वर्मा का ननिहाल में जन्म हुआ था। गोलू वर्मा के मामा विश्वम्भर वर्मा ने सूदखोरों से कर्ज लिए हैं। इसके कारण पांच साल पहले सूदखोरों ने उनके घर पर ताला जड़ दिया। इसके कारण उनको घर छोड़कर भागना पड़ा था। '124' ग्रुप का संचालन गाजीपुर जनपद के शेरपुर रेवतीपुर गांवों से होता है।
धौंस दिखाकर करता था वसूली
जानकार बताते हैं कि इसमें बड़ी संख्या में युवक शामिल हैं, लेकिन कोटवा नारायणपुर में इस ग्रुप में केवल आठ से दस युवक हैं। जिसमें शिवम् राय भी शामिल था। घटना को अंजाम देने के बाद गिरोह के सदस्यों ने भागने के बाद अपना रूख गाजीपुर जिले की तरफ किया था। शिवम् राय दुकानदारों से अपने गिरोह का धौंस दिखाकर कर वसूली करता था।
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दुकानदारों ने ली राहत की सांस
इस हत्या के बाद पुलिस को '1241' ग्रुप की जानकारी हुई। जबकि इस ग्रुप का आतंक काफी दिनों से था। बहुत से दुकानदार तो इनके खिलाफ मुंह तक नहीं खोलते थे। शिवम् राय की गिरफ्तारी के बाद दुकानदारों ने राहत की सांस ली है। अब देखना यह है कि हत्या के बचे तीन आरोपियों को पुलिस कब गिरफ्तार करती हैं। दुकानदारों का कहना है कि कोटवा बाजार में सूदखोरी का बड़ा धंधा फल-फूल रहा है। लोगों का कहना है कि पुलिस सूदखोरों पर तत्काल नकेल कसे अन्यथा किसी दिन बाजार में अप्रिय घटना घट सकती है।
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सड़क पर उतरे लोग
उधर हत्याकांड के बाद नाराज लोग एक जनवरी को सड़क पर उतर गए थे। लोगों ने सड़क जाम कर हत्यारोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। घटना के दो दिन बाद न्याय मांगने सड़क पर उतरने वाले लोगों पर भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दिया। इसकी जानकारी होने के बाद ग्रामीणों में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है।