बलिया में भीषण ठंड : हरे मिर्च की खेती में लग रहा रोग, बर्बाद हो सकती है पूरी फसल, जल्द अपनाएं बचाव के ये आसान उपाय

UPT | हरे मिर्च की खेती में लग रहा रोग।

Jan 05, 2025 23:22

बलिया जनपद के अधिक भू भाग में होने वाली एक ऐसी खेती जो फिलहाल किसानों के लिए रोजगार का बड़ा साधन बनी है। यह वही खेती है....

Ballia News : जनपद के अधिक भू भाग में होने वाली एक ऐसी खेती जो फिलहाल किसानों के लिए रोजगार का बड़ा साधन बनी है। यह वही खेती है, जो तुरंत मुनाफा देने वाली आय की अच्छी स्रोत मानी जा रही है। लेकिन, इन दिनों ऐसी परेशानी आई है, जिसमें थोड़ी-सी लापरवाही पूरी फसल को नष्ट कर देगी और अधिक मुनाफा देने वाली इस फसल में भी किसान मायूस हो जाते है। 



जी हां हम बात कर रहे हैं हरे मिर्च की खेती की जिसमें कुछ बड़े खतरनाक रोग लगते हैं। मृदा विज्ञान और कृषि रसायन विभाग के एचओडी प्रो.अशोक कुमार सिंह ने कहा कि, वो लगभग 20 सालों से छात्रों को पढ़ाना और रिसर्च से मिली तकनीकियों को किसानों तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। फिलहाल में हरा मिर्च रोजगार का एक तीव्र साधन बना है। यह एक तुरंत मुनाफा देने वाला आय का अच्छा स्रोत हैं।

जड़ सड़न : हरे मिर्च का पौधा जब एक महीने का हो जाता है तो उसमें जड़ सड़ने की समस्या होती है। इसमें पौधा गिर जाता है। कुछ जगह से ऐसी शिकायतें मिल रही हैं। किसान इसके लिए, कार्बेंडाजिम यानी फंफूटनाशी दवाओं का इस्तेमाल करें। 

ये भी पढ़ें : महाकुंभ में परिवहन विभाग सख्त : सभी चालक-परिचालकों का होगा पुलिस वेरिफिकेशन, स्टाफ को मिलेगी बिहेवियर ट्रेनिंग

पर्ण कुंजन/गुरचहवा रोग : यह एक गंभीर बीमारी है। इसमें पत्तियां सिकुड़ने लगती हैं। यह फफूंद और विषाणु दोनों के कारण होती है। इसे गुरचहवा रोग भी बोलते हैं। इस स्थिति में कीटनाशी दवाओं का इस्तेमाल करें। अगर पत्तियों में सफेद दाग है तो फफूंदनाशी का प्रयोग करें।

ये भी पढ़ें : Ayodhya News : 11 को 11 बजे रामलला का अभिषेक करेंगे सीएम योगी, नगर में सभी महत्वपूर्ण जगहों पर वाद्य यंत्रों के साथ कीर्तन करेंगे युवा

उकठा रोग : यह एक चर्चित रोग है। यह पूरी मिर्च की खेती को बर्बाद कर सकता है। यह रोग बैक्टीरिया और फफूंद दोनों के कारण होता है। इससे बचने के लिए पौधे को उपचारित करके ही बुवाई करें। कीट की शुरुआती दौर में नीमतेल पांच एमएल को एक लीटर पानी में घोलकर बनाकर छिड़काव करें।

Also Read