मंडलायुक्त विवेक ने शुक्रवार को जनपद के तहसील सदर अन्तर्गत ग्राम फखरुद्दीनपुर स्थित मानसिक उपचारित बेघर व्यक्तियों के लिए स्थापित हॉफ-वे-होम/लॉंग-स्टे-होम का आकस्मिक निरीक्षण किया।
Jan 10, 2025 22:02
मंडलायुक्त विवेक ने शुक्रवार को जनपद के तहसील सदर अन्तर्गत ग्राम फखरुद्दीनपुर स्थित मानसिक उपचारित बेघर व्यक्तियों के लिए स्थापित हॉफ-वे-होम/लॉंग-स्टे-होम का आकस्मिक निरीक्षण किया।
Azamgarh News : मंडलायुक्त विवेक ने शुक्रवार को जनपद के तहसील सदर अन्तर्गत ग्राम फखरुद्दीनपुर स्थित मानसिक उपचारित बेघर व्यक्तियों के लिए स्थापित हॉफ-वे-होम/लॉंग-स्टे-होम का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान, उन्होंने वहां की सफाई व्यवस्था और कर्मचारियों की अनुपस्थिति को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की।
विवेक का आकस्मिक निरीक्षण
निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त ने पाया कि समन्वयक शशिकान्त राय, कार्यालय सहायक शुभम कुमार, नर्स पूजा कुमारी, प्रशिक्षक शीला और पंकज कुमार सेन्टर से अनुपस्थित थे। उन्होंने अनुपस्थित कर्मचारियों से दूरभाष पर सम्पर्क कर उनकी स्थिति जानने की कोशिश की। शशिकान्त राय को बिना अनुमति के वाराणसी जाते हुए पाया गया, जबकि अन्य कर्मचारियों से सम्पर्क नहीं हो सका। मण्डलायुक्त ने जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी को तत्काल स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिए।
कर्मचारियों की अनुपस्थिति पर सख्त कार्रवाई के निर्देश
मण्डलायुक्त ने सेन्टर में 22 महिलाओं के विस्थापन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने इन महिलाओं से बातचीत कर सेन्टर में मिलने वाली सुविधाओं और उनके घर-परिवार के बारे में जानकारी ली, लेकिन अधिकांश महिलाएं कुछ खास जानकारी देने में सक्षम नहीं थीं। एक महिला ने खुद को मध्य प्रदेश के बिलासपुर का बताया, लेकिन अन्य जानकारी नहीं दे पाईं।
विस्थापित महिलाओं की स्थिति पर चिंता
निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त ने हॉफ-वे-होम व लॉंग-स्टे-होम के आवासीय कक्षों, किचन और बाथरूम की सफाई की स्थिति पर नाराजगी जताई। उन्होंने उप निदेशक और जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी को सख्त निर्देश दिए कि सेन्टर की सफाई तुरंत सुनिश्चित कराई जाए और महिलाओं के नहाने, कपड़े धोने, स्वास्थ्य परीक्षण और दवाओं की समुचित व्यवस्था की जाए।
सफाई और स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के आदेश
उन्होंने यह भी पाया कि जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी ने पिछले एक माह से सेन्टर का निरीक्षण नहीं किया था। मण्डलायुक्त ने अधिकारियों को सभी सेन्टरों का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए और कहा कि भविष्य में किसी भी सेंटर में अनियमितताएं पाई जाती हैं तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की जाएगी।