रिश्वत का खेल : एंटी करप्शन ने पैसे लेते ऑडिटर को दबोचा, एसएसपी ने भ्रष्टाचार के आरोप में सीओ को हटाया, जानें मामला...

UPT | रिश्वतखोर ऑडिटर

Jul 05, 2024 11:30

बरेली में रिश्वतखोरी के मामले कम नहीं हो रहे हैं। यहां दर्जन भर से अधिक रिश्वतखोर सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। मगर, इसके बाद भी सरकारी...

Bareilly News : उत्तर प्रदेश के बरेली में रिश्वतखोरी के मामले कम नहीं हो रहे हैं। यहां दर्जन भर से अधिक रिश्वतखोर सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है। मगर, इसके बाद भी सरकारी विभाग के कर्मचारी बिना रिश्वत के कोई काम नहीं कर रहे हैं। अब भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन) की टीम ने माध्यमिक शिक्षा परिषद के संयुक्त निदेशक (जेडी) कार्यालय के सम्प्रति ऑडिटर राकेश कुमार वर्मा को 30 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। राकेश ने जीपीएफ और पेंशन दिलाने के लिए एक लाख 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। आरोपी के खिलाफ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इसके साथ ही एसएसपी अनुराग आर्या ने भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते सीओ मीरगंज को हटा दिया है। मीरगंज सर्किल की जिम्मेदारी सीओ बहेड़ी को दी गई है। इसके अलावा आंवला सर्किल की रामनगर चौकी के इंचार्ज को सस्पेंड (निलंबित) कर विभागीय जांच शुरू कर दी है। 

रिटायरमेंट के 6 महीने बाद भी नहीं मिली पेंशन
बदायूं की कोतवाली थाना क्षेत्र के मोहल्ला चौधरी सराय लालपुल मोड़ निवासी रूपेश कुमार ने एंटी करप्शन टीम से राकेश के रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। रूपेश की मां सरोज देवी नगर पालिका कन्या इंटर कॉलेज बदायूं में सेविका के पद से 31 दिसंबर 2023 को सेवानिवृत हुई थीं। मगर, 6 महीने बाद भी पेंशन नहीं मिली।सेवानिवृत्ति के बाद जीपीएफ फंड और पेंशन के लिए बदायूं शिक्षा विभाग के कार्यालय से फाइल बरेली माध्यमिक शिक्षा परिषद के संयुक्त निदेशक कार्यालय भेजी गई थी, लेकिन फाइल पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। कार्यालय के ऑडिटर राकेश वर्मा जीपीएफ फंड और पेंशन दिलाने के बदले 1 लाख 25 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की थी। रिश्वत की पहली किश्त 30 हजार रुपये तय हुई। एंटी करप्शन ने टीम बनाकर गुरुवार देर शाम राकेश को संयुक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा कार्यालय के कार्यालय से रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद देर रात पुलिस को सौंपा। आरोपी को शुक्रवार को जेल भेजा जाएगा।

पहली किस्त लेने के दौरान गिरफ्तार
एंटी करप्शन के सीओ यशपाल सिंह ने मीडिया को बताया कि आरोपी को पहली किस्त लेने के दौरान ही गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को उसके मकान पर भी ले जाकर तलाशी ली गई, लेकिन वहां पर कुछ बरामद नहीं हुआ। आरोपी के खिलाफ कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।

सीओ मीरगंज को हटाया, मुख्यालय से सम्बद्ध 
बरेली देहात के मीरगंज सर्किल की सीओ डॉ.दीपशिखा अहिबरन सिंह को एसएसपी ने सर्किल से हटा दिया।मीरगंज थाना क्षेत्र के तिलमास निवासी रिफाकत ने डॉ. दीपशिखा अहिबरन सिंह के खिलाफ दो लाख रूपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। इस मामले में पुलिस अधीक्षक दक्षिणी ने जांच की। प्रथम दृष्टया जांच में डा.दीपशिखा अहिबरन सिंह की लापरवाही, स्वेच्छाचारिता पाई गई है। जिसके चलते एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से सीओ को मीरगंज से हटाकर जनपद मुख्यालय से सम्बद्ध किया है। अब सीओ बहेड़ी अपने सर्किल के साथ-साथ मीरगंज सर्किल की भी जिम्मेदारी संभालेंगे।

चौकी इंचार्ज सस्पेंड, विभागीय जांच शुरू
बरेली देहात के आंवला सर्किल की रामनगर चौकी के इंचार्ज पर शिकायत करने वाले के साथ गाली गलौज का आरोप लगाया है। उसको धमका कर जमीन पर कब्जा करवा दिया। एसएसपी ने चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया है। उसके खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिया गया है। रामनगर के मऊ चन्दपुर चौकी क्षेत्र निवासी शालीग्राम वर्मा ने पुलिस अधिकारियों से शिकायत की थी। शिकायतकर्ता का आरोप है कि उनका एक खेत है। इस पर वह कई वर्षो से काबिज हैं। उस रकबा खतौनी में भी उनका नाम दर्ज है। आरोप है कि उस खेत को विपक्षी बुद्धि सिंह निवासी ग्राम तिगरा खानपुर ने चौकी इंचार्ज की मिलीभगत से 29 जून को कब्जा कर लिया। उनके सामने ही खेत की जुताई कराई। खेत पर पहुंचने के बाद जान से मारने की धमकी दी। गाली गलौज की। इस मामले की शिकायत शालीग्राम ने पुलिस चौकी रामनगर में की। लेकिन, कार्रवाई के बजाय चौकी इंचार्ज पवन कुमार ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।

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