'बेटे की सांस फूलती रही, खिड़की से लगा दी छलांग' : पिता का अस्पताल पर आरोप, HOD ने नाइट ड्यूटी स्टाफ को भेजा नोटिस

UPT | मरीज ने मेडिकल कॉलेज की खिड़की से कूदकर दे दी जान

Dec 08, 2024 15:30

बदायूं राजकीय मेडिकल कॉलेज में संभल जिले के सुभाष ने टीवी वार्ड की चौथी मंजिल की खिड़की से कूदकर आत्महत्या कर ली। मरीज के पिता किशन लाल ने गंभीर आरोप लगाए हैं कि अस्पताल के स्टाफ ने उनके बेटे की पीड़ा की पूरी परवाह नहीं की...

Budaun News : बदायूं राजकीय मेडिकल कॉलेज में संभल जिले के सुभाष ने टीवी वार्ड की चौथी मंजिल की खिड़की से कूदकर आत्महत्या कर ली। मरीज के पिता किशन लाल ने गंभीर आरोप लगाए हैं कि अस्पताल के स्टाफ ने उनके बेटे की पीड़ा की पूरी परवाह नहीं की। उन्होंने बताया कि गुरुवार की रात उनका बेटा दर्द से बेहद परेशान था और स्टाफ से दवा देने या अन्य अस्पताल में रेफर करने की मांग की गई थी। लेकिन अस्पताल के कर्मचारियों ने न तो दवा दी और न ही उन्हें किसी अन्य अस्पताल में भेजा। इस मामले में तीमारदार भी इसकी गवाही दे रहे हैं कि उसे अंत तक इलाज नहीं मिला। वहीं एचओडी ने नाइट ड्यूटी स्टाफ को नोटिस जारी करके उनका जवाब मांगा है।

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मेडिकल कॉलेज प्रशासन का बयान
वहीं मेडिकल कॉलेज प्रशासन का कहना है कि मरीज को रात के समय सांस फूलने की दवा दी गई और इंजेक्शन भी लगाया गया था, लेकिन मरीज की हालत ज्यादा गंभीर थी और वह लगातार बिस्तर से उठकर भागने की कोशिश कर रहा था, जिससे उसकी सांस और अधिक फूल गई। प्रशासन ने यह भी दावा किया कि मरीज ने एक अन्य मरीज को मरते हुए देखा था, जिससे वह मानसिक आघात में आ गया था। हालांकि, कॉलेज प्रशासन इन दावों के बीच मरीज के परिजनों के आरोपों को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। परिजनों का आरोप है कि रातभर स्टाफ सोता रहा और मरीज तड़पता रहा, जबकि उसे समय पर रेफर करने की कोशिश भी नहीं की गई।

इलाज के अभाव में गई जान
दरअसल, उसी पेशेंट के बेड के आसपास अन्य मरीज और उनके तीमारदार भी मौजूद थे, जिन्होंने साफ तौर पर कहा कि इलाज के अभाव में ही पेशेंट ने अपनी जान गंवाई। एक तीमारदार का कहना है कि मरीज रातभर तड़पता रहा और अंत में खिड़की से कूद गया, क्योंकि स्टाफ सोने चला गया था। वहीं, दूसरे तीमारदार ने बताया कि वह अपने बाबा का इलाज करा रहे थे, जो पास के बेड पर थे और मरीज रातभर परेशान रहा।

नाइट स्टाफ को जारी किया नोटिस
प्रभारी सीएमएस डॉ. नागेंद्र ने टीबी विभाग की एचओडी डॉ. कोमल से इस मामले में आख्या तलब की है। एचओडी ने नाइट ड्यूटी स्टाफ को नोटिस जारी कर उनका जवाब मांगा, जिसके बाद स्टाफ ने अपना पक्ष लिखित में प्रस्तुत किया है। प्रभारी सीएमएस ने बताया कि मरीज को उचित इलाज दिया गया था, लेकिन उसे राहत नहीं मिल पाई और सदमे में आकर उसने आत्महत्या कर ली।

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