बरेली के लापता लेखपाल का शव 18 दिन बाद नाले में मिला : अपहरण के बाद हत्या की आशंका, घर से निकले थे ड्यूटी को, फिर...

फ़ाइल फोटो | लेखपाल मनीष कश्यप

Dec 15, 2024 16:55

बरेली में ड्यूटी से लापता लेखपाल मनीष कश्यप का शव रविवार को 18 दिन बाद शहर के कैंट थाना क्षेत्र के बभिया गांव के नाले से मिला है। इससे इलाके में हड़कंप मच गया। लेखपाल मनीष कश्यप की अपहरण के बाद हत्या की आशंका जताई जा रही है।

Bareilly News : यूपी के बरेली में ड्यूटी से लापता लेखपाल मनीष कश्यप का शव रविवार को 18 दिन बाद शहर के कैंट थाना क्षेत्र के बभिया गांव के नाले से मिला है। इससे इलाके में हड़कंप मच गया। लेखपाल मनीष कश्यप की अपहरण के बाद हत्या की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने 18 दिन बाद उनका सड़ा-गला शव बरामद किया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हत्या की धारा जोड़कर केस में संशोधन किया जाएगा।

मां ने दर्ज कराई थी अपहरण की रिपोर्ट
लेखपाल मनीष कश्यप 27 नवंबर को अपने घर से ड्यूटी के लिए निकले थे, लेकिन उसके बाद से वह लापता हो गए। परिजनों ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस में दर्ज करवाई थी। काफी खोजबीन के बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला था। मनीष कश्यप फरीदपुर तहसील में लेखपाल थे। लेखपाल की मां मोरकली ने खल्लपुर गांव की एक जनप्रतिनिधि और उसके सहयोगियों पर अपहरण का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए परिवार ने कलेक्ट्रेट में भी शिकायत की। इसके बाद एडीजी जोन रमित शर्मा के आदेश पर फरीदपुर में मुकदमा दर्ज किया गया था। एडीजी ने एसपी क्राइम मुकेश कुमार के नेतृत्व में एसओजी समेत पुलिस टीम को लेखपाल को बरामद करने के लिए लगाया था।

एसओजी और पुलिस टीमों को लगाया 
इसके बाद एसएसपी अनुराग आर्य ने फरीदपुर पुलिस, एसओजी, सर्विलांस और अन्य टीमों को लेखपाल की तलाश में लगाया था परिवार के आरोपों के चलते एसएसपी ने मामले की जांच फरीदपुर थाने से हटाकर फतेहगंज पश्चिमी इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार चतुर्वेदी को सौंपी।

क्या जमीनी विवाद में अपहरण के बाद हत्या 
रविवार को कैंट थाना क्षेत्र के एक गांव के नाले में शव मिला। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। शव बुरी तरह से सड़-गल चुका था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। परिजनों ने कपड़ों और अन्य चीजों से शव की पहचान की। पुलिस की प्रथम दृष्टया जांच में मनीष कश्यप की हत्या जमीन के पैमाइश विवाद के चलते की गई। फरीदपुर के गांव कपूरपुर के एक व्यक्ति का जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। मनीष कश्यप उस जमीन की पैमाइश कर रहे थे। आरोपी को शक था कि मनीष दूसरे पक्ष का समर्थन कर रहे हैं। 27 नवंबर को आरोपी ने मनीष को तहसील बुलाया और अपनी अर्टिगा कार में बैठाकर गला दबाकर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को बभिया गांव के पास नाले के किनारे फेंक दिया और फरार हो गया।

संदिग्धों से पूछताछ में जुटी पुलिस 
मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उनकी हत्या जमीनी विवाद के चलते की गई। परिजनों के मुताबिक, मनीष कश्यप के पास कुछ ऐसी जमीन थी। उसको लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। उन्हें पहले भी इस मामले में धमकियां मिली थीं। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर शव को बरामद किया। हत्या के मामले में अन्य संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है और पुलिस जल्द ही आरोपियों के खिलाफ विस्तृत कार्रवाई करेगी।

Also Read