अलविदा 2024 : साल 2024 में गूगल मैप ने खोया भरोसा, बरेली में अधूरे पुल से कार गिरने पर तीन की मौत

UPT | बरेली में एक कार के अधूरे पुल से गिर जाने से तीन लोगों की जान चली गई थी।

Dec 30, 2024 13:08

गूगल मैप्स, जो पहले यात्रियों के लिए एक भरोसेमंद नेविगेशन ऐप माना जाता था, अब कई हादसों का कारण बन रहा है। 2024 के शुरुआत में बरेली में एक दर्दनाक दुर्घटना ने इस ऐप की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अधूरे पुल से कार गिरने से तीन लोगों की जान चली गई...

Bareilly News : एक दिन बाद साल 2024 खत्म हो जाएगा। मगर, साल 2024 में गूगल मैप (नेविगेशन) ने लोगों का भरोसा खो दिया है। पहले हर कोई सफर शुरू करने से पहले गगूल मैप पर आंख मूंदकर भरोसा करता था। मगर, अब हादसों के बाद गूगल मैप से लोगों का भरोसा टूट चुका है। लोग सफर में जाने से पहले फोन पर रास्तों की जानकारी लेने लगे हैं। हालांकि, गूगल मैप की वजह से हादसे होने के बाद गूगल ने माफी मांगी है। मगर, यह माफी अपनों को खोने वाले गमगीन परिवारों के लिए नाकाफी है।

बरेली के फरीदपुर कोतवाली थाना क्षेत्र के खल्लपुर गांव के पास नवनिर्मित ओवर ब्रिज (अधूरे पुल) से 24 नवंबर को कार गिर गई थी। रामगंगा नदी के अधूरे पुल से कार गिरने से अजीत, नितिन और अमित की मौत हो गई थी। इसके साथ ही पीलीभीत के बड़कापुर गांव चौराहे के पास कलापुर नहर के नजदीक सड़क कटाव के कारण कार पलट गई। कार में सवार तीनों लोग सही-सलामत बच गए थे। यह लोग गूगल मैप के सहारे पीलीभीत का सफर कर रहे थे। कार को क्रेन की मदद से नहर से बाहर निकाला गया था। इसी तरह से गूगल मैप के सहारे बरेली-मथुरा रोड पर हाथरस जिले में भी आधा दर्जन कार नीचे गिर गई थीं।

गूगल मैप के क्षेत्रीय प्रबंधक के खिलाफ एफआईआर, मांगी माफी
बरेली में अधूरे पुल से कार गिरने के बाद तीन दोस्तों की मौत हो गई थी। इस मामले में बदायूं की दातागंज कोतवाली में गूगल के क्षेत्रीय प्रबंधक, लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता अभिषेक कुमार, मोहम्मद आरिफ़, अवर अभियंताओं महाराज सिंह और अजय गंगवार को नामज़द किया गया था। आरोप है कि "लोक निर्माण विभाग के इन अधिकारियों ने जानबूझकर पुल के दोनों किनारों पर मज़बूत बैरिकेडिंग, बैरियर या रिफ़्लेक्टर बोर्ड नहीं लगवाए, न ही रोड के कटे होने की सूचना के बोर्ड वगैरह लगवाए गए थे।" हालांकि, गूगल के प्रवक्ता ने मेल के माध्यम से कहा कि 'मारे गए लोगों के परिवार वालों के प्रति हमारी पूरी सहानुभूति है। हम लोग संबंधित अधिकारियों के साथ काम कर रहे हैं और जांच में अपना सहयोग दे रहे हैं।' 

बिहार से गोवा जाने वाले परिवार को कर्नाटक के जंगल में गुजारनी पड़ी रात 
गूगल मैप के माध्यम से बिहार का एक परिवार गोवा जा रहा था। मगर, गलत रास्ते की वजह से के घने जंगल में पहुंच गया था। बिहार का यह परिवार नेविगेशन ऐप से शिरोली और हेम्मडागा के पास के जंगल में पहुंच गया। नेविगेशन ने एक छोटा रास्ता सुझाया। अनजाने में परिवार 7-8 किलोमीटर गहरे जंगल में चला गया और रातभर वहां फंसा रहा। इसी तरह से कर्नाटक के बेलगावी में एक परिवार को गूगल मैप्स पर भरोसा करना भारी पड़ गया और उन्हें घने और खतरनाक जंगल में पूरी रात बितानी पड़ी। मोबाइल में नेटवर्क नहीं होने की वजह से उन्हें अगले दिन मदद मिल पाई।

गूगल मैप का भरोसा टूटना चिंता का विषय
गूगल मैप यानी नेविगेशन ऐप लोगों (राहगीर) की यात्रा को आसान बनाने के लिए बनाए गए हैं, लेकिन इन हादसों ने साफ कर दिया है कि इन ऐप्स पर आंख बंद करके भरोसा नहीं किया जा सकता। कई बार ये ऐप गलत जानकारी दे देते हैं। जिससे लोग खतरनाक परिस्थितियों में फंस जाते हैं। इन हादसों से यह भी सबक मिलता है कि हमें नेविगेशन ऐप्स पर पूरी तरह से निर्भर नहीं रहना चाहिए। हमें हमेशा अपनी बुद्धि (दिमाग) का इस्तेमाल करना चाहिए और आसपास की परिस्थितियों पर ध्यान देना चाहिए। अगर कोई रास्ता संदिग्ध लग रहा है तो हमें उसे छोड़ देना चाहिए।

गूगल मैप पर गलत रास्ते की तुरंत करें शिकायत, लेकिन ऐसे
आप हमेशा लोगों की मदद करते हैं। यदि आपको को गूगल मैप के माध्यम से कोई गलत रास्ता मिले, तो तुरंत उसकी शिकायत करें। जिससे आगे कोई हादसे का शिकार न हो सके। इसके लिए मोबाइल, कंप्यूटर या आई पैड पर Google Maps (गूगल मैप) खोलें। यहां निर्देश पर क्लिक करें। गलत निर्देशों के बारे में बताने के लिए, यात्रा शुरू करने की जगह और मंज़िल की जानकारी डाल दें। बाएं पैनल में उस रास्ते पर क्लिक करें, जिसे जुड़ी आपको शिकायत करनी है। जानकारी पर क्लिक करें और मैप के नीचे दाईं ओर सादे लेख में सुझाव दें या शिकायत करें। कुछ रास्तों के लिए आपको गलत निर्देशों को चुनने से पहले, बाईं ओर दिए गए निर्देशों को बड़ा करना पड़ सकता है। समस्या का टाइप चुनकर सबमिट पर क्लिक कर दें।

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