पीलीभीत एनकाउंटर मामला : आतंकियों की मदद करने वाला निकला NIA का मोस्ट वांटेड, लंदन से तीनों के लिए भेजे थे फर्जी दस्तावेज

UPT | कुलबीर सिंह सिद्धू

Dec 29, 2024 17:37

पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ कि सिद्धू ने करीब 8 महीने पीलीभीत के गजरौला जपती गांव और पूरनपुर क्षेत्र में समय बिताया था। इस दौरान वह युवाओं को विदेश जाने का सपना दिखाकर उन्हें अपने नेटवर्क से जोड़ने का प्रयास कर रहा था...

Pilibhit News : पीलीभीत में पुलिस मुठभेड़ के दौरान मारे गए तीन आतंकियों को मदद देने वाला कुलबीर सिंह सिद्धू बब्बर खालसा का सदस्य निकला है। पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ कि सिद्धू ने करीब 8 महीने पीलीभीत के गजरौला जपती गांव और पूरनपुर क्षेत्र में समय बिताया था। इस दौरान वह युवाओं को विदेश जाने का सपना दिखाकर उन्हें अपने नेटवर्क से जोड़ने का प्रयास कर रहा था। साथ ही, वह महंगे शौक और क्रिकेट के जरिए युवाओं को आकर्षित करता था। सिद्धू के संपर्क में आने के बाद जसपाल उर्फ सनी के व्यवहार में भी बदलाव आया और उसने आतंकियों को होटल में ठहराने में मदद की थी।

गांव में युवाओं की बना रहा था टीम
कुलबीर सिंह सिद्धू गजरौला जपती के पूर्व प्रधान के पुत्र और मौजूदा प्रधान के घर कोरोना काल के दौरान रुका था। सिद्धू की जान-पहचान पहले प्रधान के देवर से हुई थी, जो दिल्ली एयरपोर्ट पर काम करता था। सिद्धू ने गांव के युवाओं से पहचान बढ़ाकर एक टीम बनाई और उन्हें विदेश जाने के सपने दिखाए। वह युवकों के साथ क्रिकेट खेलता था और उन्हें विदेश भेजने की बात करता था, जिससे वह और भी आकर्षित होते थे। इस तरह से उसने अपना आतंकवादी नेटवर्क तैयार किया।



सिद्धू से मिलने के बाद बदल गया सनी
जसपाल उर्फ सनी के जीवन में सिद्धू के संपर्क में आने के बाद काफी बदलाव देखा गया। बेरोजगार होते हुए भी उसने महंगी बुलेट बाइक खरीदी और हाल ही में डेढ़ लाख रुपये का मोबाइल भी खरीदा था। इसके अलावा, उसने घर की मरम्मत और ट्रैक्टर को मॉडीफाई भी कराया था, जिससे उसका रहन-सहन गांव में चर्चा का विषय बन गया था। इस तरह के बदलाव के कारण गांववाले भी हैरान थे। सनी के पिता के पास एक एकड़ जमीन थी, जिसे उन्होंने बेटे के इंग्लैंड जाने के लिए गिरवी रखा था, लेकिन बाद में उसे छुड़ा लिया गया था।

भाजपा का पोस्टर फाड़ने को लेकर हुआ विवाद
विधायकी चुनाव के प्रचार के दौरान सिद्धू और गांव के एक व्यक्ति जसवंत सिंह के बीच एक विवाद हुआ था। यह विवाद भाजपा के पोस्टर फाड़ने को लेकर हुआ था। सिद्धू ने मौके पर पहुंचकर जसवंत को खरी-खोटी सुनाई थी। वहीं, जसपाल सिंह सनी ने गांव के युवकों पर खूब खर्च किया था और उन्हें गांव के बाहर ले जाकर उन्हें खाना-पीना खिलाता था। इसके चलते युवकों को सनी के साथ बाहर जाने में कोई संकोच नहीं होता था। यह स्थिति सिद्धू के आतंकवादी नेटवर्क को बढ़ाने में सहायक रही।

पुलिस गांव में कर रही पूछताछ
पुलिस अब गजरौला गांव के उन लोगों से पूछताछ कर रही है, जिनसे सिद्धू की मित्रता थी और जिनके घरों में वह ठहरा था। इनमें अर्शदीप और सतवंत नामक लोग शामिल हैं, जिनके घरों में सिद्धू ने समय बिताया था। पुलिस को यह जानकारी मिली है कि सिद्धू ने इन घरों से जुड़ी जानकारी और अपनी गतिविधियों को एक नेटवर्क के रूप में फैलाया था। इसके अलावा, हरियाणा के नंगल में विहिप नेता की हत्या के मामले में भी सिद्धू का नाम सामने आया है, जहां उसने एक युवक के खाते से रुपयों का लेन-देन किया था।

हरजी होटल में सन्नाटा
होटल हरजी में मुठभेड़ के बाद से सन्नाटा छाया हुआ है। इस होटल में पहले कभी-कभी लोग ठहरते थे, लेकिन अब मुठभेड़ की घटना के बाद से होटल में किसी को भी ठहरने नहीं दिया जा रहा है। होटल के मैनेजर ने भी होटल में कम समय बिताना शुरू कर दिया है, ताकि किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधियों से बचा जा सके। पुलिस ने होटल के आसपास के हालात की भी जांच शुरू कर दी है।

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