पीलीभीत टाइगर रिजर्व : 6 नवंबर से शुरू हो रहा पर्यटन सत्र, चूका बीच में सजावट की तैयारियां 

UPT | पीलीभीत टाइगर रिजर्व

Oct 26, 2024 19:42

पिछले पर्यटन सत्र में 53,000 सैलानी पीटीआर आए थे, जो बाघों की गतिविधियों के कारण बार-बार यहां लौटने पर मजबूर हुए। जंगल सफारी के दौरान बाघों का पेड़ों में खेलना और नहर को पार करना सैलानियों के लिए अद्वितीय अनुभव रहा...

Pilibhith News : पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) हरी-भरी जंगलों और शारदा डैम के किनारे स्थित चूका बीच के कारण लोकप्रियता हासिल कर चुका है। इस बार पर्यटन सत्र 6 नवंबर से शुरू हो रहा है, जो कि निर्धारित समय से नौ दिन पहले है। बाघों का दीदार इस सत्र में सैलानियों की पहली पसंद बना रहेगा। 

पिछले सत्र में सैलानियों की रिकॉर्ड संख्या
पिछले पर्यटन सत्र में 53,000 सैलानी पीटीआर आए थे, जो बाघों की गतिविधियों के कारण बार-बार यहां लौटने पर मजबूर हुए। जंगल सफारी के दौरान बाघों का पेड़ों में खेलना और नहर को पार करना सैलानियों के लिए अद्वितीय अनुभव रहा।


चूका बीच में नई व्यवस्थाएं
इस बार चूका बीच की हटों में रंगाई-पुताई और मरम्मत का कार्य चल रहा है। जंगल सफारी के मार्गों को भी दुरुस्त किया जा रहा है। सैलानी यूपी पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर बुकिंग करके चूका बीच की हटों में ठहर सकेंगे। नई कैंटीन भी सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बनेगी।

पीलीभीत पहुंचने का मार्ग
सैलानियों को पहले गौहनिया चौराहे पर पहुंचना होगा, फिर माधोटांडा मार्ग से 30 किलोमीटर की दूरी तय कर कलीनगर तक जाना होगा। इसके बाद खटीमा मार्ग पर पहुंचकर मुस्तफाबाद पहुंचा जा सकता है, जहां जंगल सफारी वाहन बुक किए जा सकते हैं।

विदेशी सैलानियों की संख्या में वृद्धि
पीटीआर अब विदेशी सैलानियों को भी आकर्षित कर रहा है। पिछले सत्र में 189 विदेशी सैलानी पहुंचे, जो पिछले साल के मुकाबले तीन गुना अधिक थे।

जंगल सफारी का खर्च
जंगल सफारी के लिए नेहरू पार्क से सफारी वाहन की बुकिंग पर 5,000 रुपये और प्रति व्यक्ति 1,000 रुपये का शुल्क है। मुस्तफाबाद गेस्टहाउस से सफारी बुकिंग करने पर 4,000 रुपये और प्रति व्यक्ति 800 रुपये का शुल्क लागू होता है। डीएफओ मनीष सिंह ने बताया कि पर्यटन सत्र की तैयारियां तेज कर दी गई हैं, ताकि सैलानियों को बेहतर अनुभव मिल सके।

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