Basti News : अमरमणि त्रिपाठी की संपत्ति जब्त होगी, बस्ती के एमपी-एमएलए कोर्ट ने पुलिस को द‍िया आदेश

UPT | अमर मणि त्रिपाठी की बढ़ीं मुश्किलें

May 02, 2024 10:51

बस्ती में एमपी-एमएलए कोर्ट ने जिला पुलिस को गोरखपुर में फरार पूर्व विधायक अमर मणि त्रिपाठी की बाकी संपत्तियों को जब्त करने का आदेश दिया है। अदालत ने यह आदेश एक गुमनाम पत्र मिलने के बाद दिया जिसमें गोरखपुर में त्रिपाठी की संपत्तियों का विवरण दिया गया था।

Basti News : बस्ती में एमपी-एमएलए कोर्ट ने जिला पुलिस को गोरखपुर में फरार पूर्व विधायक अमर मणि त्रिपाठी की शेष संपत्तियों को जब्त करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने यह आदेश एक गुमनाम पत्र मिलने के बाद दिया जिसमें गोरखपुर में त्रिपाठी की संपत्तियों का विवरण दिया गया था। कोर्ट अब इस मामले पर 15 मई को सुनवाई करेगा।

पुलिस ने पूर्व मंत्री त्रिपाठी के महाराजगंज स्थित कार्यालय के दो कमरों को 13 अप्रैल को कुर्क कर उस पर अपनी सील लगा दी थी। त्रिपाठी के खिलाफ यह कार्रवाई उनके खिलाफ लंबित एक आपराधिक मामले में पेश होने में विफल रहने के बाद की गई थी।

अगस्त 2023 में रिहा हुए थे
मधुमिता हत्या मामले में अमर मणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे। उत्तर प्रदेश जेल प्रशासन और सुधारों के निर्देशों के बाद अगस्त 2023 में उन्हें रिहा कर दिया गया था।

अपहरण के मामले में संपत्ति कुर्क करने का था आदेश
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि पत्र का संज्ञान लेते हुए न्यायाधीश ने कोतवाली पुलिस को जांच करने और उसमें उल्लिखित संपत्ति को जब्त करने का आदेश दिया। अपहरण के एक अन्य मामले में आरोपी त्रिपाठी के हाजिर न होने पर कोर्ट ने उसकी सारी संपत्ति कुर्क करने का आदेश दिया था।

पत्र में अमर मणि त्रिपाठी की विभिन्न संपत्तियों का विवरण था, जिसमें गोरखपुर में बबीना रोड, दुर्गाबाड़ी और सूरज रोड पर घर भी शामिल थे। पुलिस ने कहा कि अगर पत्र में उल्लिखित संपत्तियां त्रिपाठी के नाम पर हैं तो उन्हें कुर्क कर लिया जाएगा। अदालत ने अमर मणि त्रिपाठी को 2 दिसंबर को'घोषित अपराधी' घोषित कर दिया और पुलिस को अपहरण मामले के संबंध में उसकी संपत्ति कुर्क करने का निर्देश दिया। हालांकि, बस्ती पुलिस ऐसा करने में नाकाम रही।

व्यवसायी के बेटे का हुआ था अपहरण
अभियोजन पक्ष के अनुसार, 2001 में व्यवसायी धर्म राज गुप्ता के बेटे राहुल गुप्ता का बस्ती में उनके घर के पास से कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया था। पुलिस ने बाद में राहुल को कथित तौर पर त्रिपाठी के कब्जे वाले एक घर में बंद पाया और मामले में पूर्व मंत्री सहित नौ लोगों पर मामला दर्ज किया।

पुलिस ने कहा कि नौ आरोपियों में से एक की मौत हो चुकी है और दो अन्य जमानत मिलने के बाद से फरार हैं। पांच अन्य आरोपियों की केस फाइलें बाकियों से अलग कर दी गई हैं। कोर्ट ने हाल ही में उनके खिलाफ आरोप तय किए हैं और सुनवाई शुरू हो गई है।

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