चित्रकूट में बिजली कटौती से जनता त्रस्त : पेयजल संकट गहराया, कस्बेवासियों ने दी उपखंड कार्यालय का घेराव करने की चेतावनी

UPT | बिजली की अधाधुंध कटौती से पेयजल संकट गहराया

Jul 27, 2024 09:41

चित्रकूट जिले में बिजली कटौती ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार हो रही बिजली कटौती के कारण पेयजल की समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है। लोग पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं और उनका दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

Chitrakoot News : चित्रकूट जिले में कस्बे समेत ग्रामीण क्षेत्रों में अंधाधुंध बिजली कटौती से पेयजल समस्या गंभीर हो गई है, जिससे लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो रहा है। लोग पानी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। सुबह होते ही हैंडपंपों पर भारी भीड़ उमड़ पड़ती है। नगर पंचायत टैंकरों के जरिए वार्डों में पानी की आपूर्ति करती है जो सागर में बूंद के समान साबित हो रही है। राजापुर कस्बे में अंधाधुंध बिजली कटौती के चलते जल संस्थान समय पर पेयजल आपूर्ति नहीं कर पा रहा है।

मात्र 10 घंटे ही आपूर्ति हो रही
नगर पंचायत अध्यक्ष संजीव मिश्रा ने बताया कि शासन ने 22 घंटे बिजली आपूर्ति करने के सख्त निर्देश दिए हैं, लेकिन बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के मनमाने रवैये के कारण कस्बे में मात्र 10 घंटे ही बिजली आपूर्ति हो पा रही है। उसमें भी लो वोल्टेज की समस्या बनी रहती है। इसकी शिकायत कई बार जिला प्रशासन व तहसील प्रशासन से की जा चुकी है, लेकिन बिजली विभाग पर कोई असर नहीं पड़ा है। नगर पंचायत के टैंकरों से प्रतिदिन दो वार्डों में पानी की आपूर्ति की जाती है, लेकिन सागर में एक बूंद वाली कहावत सत्य है।

प्रदूषित पानी पीने को मजबूर 
राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के नगर अध्यक्ष पार्षद शंकरदयाल जायसवाल का कहना है कि बिजली कटौती के कारण लोग बूंद-बूंद पानी के लिए हैंडपंपों के चक्कर लगा रहे हैं। यमुना नदी के किनारे बसे हनुमान गंज, रूपौलिहान टोला, केवरहा, तुलसी नगर, कृष्णा नगर, कारखाना, गयागंज, धोबीगंज, माधवगंज के लोग यमुना नदी का प्रदूषित पानी पीने को मजबूर हो रहे हैं।
 
शाम को घंटों नहीं आती बिजली
भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा के पूर्व क्षेत्रीय मंत्री राकेश नामदेव का कहना है कि विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता और सहायक अधिशासी अभियंता के तबादले के बाद बिजली की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई है। जिससे पेयजल संकट गहरा गया है। इस संबंध में मऊ मानिकपुर विधायक को शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया है। शाम के समय जब उपभोक्ताओं के बिजली उपयोग करने का समय होता है तो लगातार कई घंटों तक बिजली काट दी जाती है।

विद्युत उपखंड कार्यालय का घेराव करेंगे
उपभोक्ताओं के पूछने पर उन्हें 33 हजार रुपये का फाल्ट बताकर गुमराह कर दिया जाता है। कस्बे के लोगों का कहना है कि यदि बिजली कटौती में सुधार नहीं किया गया तो वह राजापुर विद्युत उपखंड कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।

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