Chitrakoot News : डीआरआई में बाल और सखी गीतों के माध्यम से राम के संपूर्ण जीवन का हुआ प्रस्तुतीकरण

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May 10, 2024 18:04

चित्रकूट लेखक और वरिष्ठ कवि जी.डी. माडगुलकर द्वारा लिखित, आदरपूर्वक 'आधुनिक वाल्मिकी' कही जाने वाली और महान संगीतकार सुधीर फड़के की आवाज से अमर हुई 'गीत रामायण' हर मराठी मानस पर अंकित है...

Chitrakoot News  : चित्रकूट लेखक और वरिष्ठ कवि जी.डी. माडगुलकर द्वारा लिखित, आदरपूर्वक 'आधुनिक वाल्मिकी' कही जाने वाली और महान संगीतकार सुधीर फड़के की आवाज से अमर हुई 'गीत रामायण' हर मराठी मानस पर अंकित है।दीनदयाल शोध संस्थान के सहयोग से दीनदयाल परिसर के विवेकानन्द सभागार में गीतरामायण की भारत गौरव यात्रा कार्यक्रम के रूप में आकार संस्था के 50 कलाकारों ने महाराष्ट्र की संस्कृति का अनमोल गौरव बाल और सखी गीतरामायण को हिंदी में प्रस्तुत कर प्रशंसकों को रामायण काल की सैर कराई।कार्यक्रम का शुभारंभ दादा वेदक अखिल भारतीय सत्संग प्रमुख एवं केंद्रीय संयुक्त सहमन्त्री विश्व हिन्दू परिषद, चित्रा देशपांडे संस्थापिका आकार संस्था, डॉ बी के जैन ट्रस्टी सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट, प्रो नितेश पुरोहित भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान प्रयागराज एवं  अभय महाजन राष्ट्रीय संगठन सचिव दीनदयाल शोध संस्थान द्वारा भारतरत्न नानाजी देशमुख के चित्र पर दीप प्रज्वलन व पुष्पार्चन के साथ किया गया।

आकार की संस्थापिका चित्रा देशपांडे और सुखदा खांडकेकर ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य सम्पूर्ण मानवजाति को आदर्श जीवन के लिये मार्गदर्शन देना, बुराई से सदैव दूर रहने की सीख देना और हर कार्य को सच्चे और अच्छे मन से करने की प्रेरणा प्रदान करना है। राम के जीवन से हम सभी त्याग, अनुशासन और विनम्रता का समावेश करें। प्रभु श्री राम ने समाज को सत्य, दया, करुणा, धर्म और कर्तव्य परायणता का जो पाठ पढ़ाया है उसका समावेश कर हम सभी,व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक जीवन में सामंजस्यता और समरसता का संचार करें और राष्ट्र उत्थान के लिए प्रयत्नशील हों।बाल और सखी गीतों के माध्यम से राम के संपूर्ण जीवन का प्रस्तुतीकरण गीत रामायण के कुछ चुनिंदा गीतों के माध्यम से करने का प्रयास किया गया। जिससे बच्चे और समाज में भारतीय संस्कृति, सभ्यता एवं हमारी विरासत का समावेश उनके अंदर हो और उनके संस्कारों में समाहित हो।

पूर्व में भी उनकी टीम द्वारा देश विदेश में भी गीतरामायण की प्रस्तुति की जा चुकी है, यह क्रम विगत 10 वर्षों से चल रहा है।कार्यक्रम के अंत में दीनदयाल शोध संस्थान के राष्ट्रीय संगठन सचिव अभय महाजन ने कहा कि बच्चे समाज, राष्ट्र, और देश का भविष्य है उनको सदैव यह समझाने और बताने का प्रयास करना कि बुराई से सदैव दूर रहे। बुराई कितनी भी शक्तिशाली क्यों ना हो एक दिन विजय अच्छाई की ही होती है और बुरे कर्म से सदैव बचकर रहकर चाहिए हम अपने जीवन मे सदाचार, संस्कार नैतिक एवं सामाजिक मूल्यों का समावेश कर प्रभु राम के जीवनादर्शों का समावेश कर सशक्त एवम समृद्ध राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दें। कार्यक्रम में साधना पटेल अध्यक्ष नगर पंचायत चित्रकूट , विशाल सिंह सी एम ओ, देवदत्त तिवारी, कमलेश बाजपेयी सहित डीआरआई के कार्यकर्ता एवं नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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