भारतीय न्याय व्यवस्था में नया युग : चित्रकूट में नए कानूनों की तैयारी पूरी

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Jun 30, 2024 15:37

30 जून की मध्यरात्रि के बाद, ब्रिटिश काल से चली आ रही भारतीय दंड संहिता (IPC) और भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) का स्थान नए कानून लेंगे।

Chitrakoot News : स्वतंत्रता के 77 वर्षों के पश्चात, भारत की न्याय व्यवस्था में एक ऐतिहासिक परिवर्तन होने जा रहा है। 30 जून की मध्यरात्रि के बाद, ब्रिटिश काल से चली आ रही भारतीय दंड संहिता (IPC) और भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता (CrPC) का स्थान नए कानून लेंगे। इन नए कानूनों में भारतीय न्याय संहिता (BNS) और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) शामिल हैं।

चित्रकूट में नए कानूनों की तैयारी पूरी
चित्रकूट जिले में इस परिवर्तन की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पुलिस कर्मियों को नए कानूनों के बारे में व्यापक प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि वे 1 जुलाई से इन नए प्रावधानों को सुचारू रूप से लागू कर सकें। जिले के पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि अब तक 500 से अधिक पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। विशेष ध्यान कार्यालयों में तैनात आरक्षियों और उप-निरीक्षकों के प्रशिक्षण पर दिया गया है।



तकनीक के उपयोग पर विशेष जोर 
नए कानूनों में तकनीक के उपयोग पर विशेष जोर दिया गया है। इसके लिए क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रैकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम (CCTNS) में आवश्यक बदलाव किए जा रहे हैं। ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया को सरल बनाया गया है। साथ ही, संकलन एप, साक्ष्य एप और ई-विवेचना एप जैसे नए तकनीकी साधनों के बारे में पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।

जिला शासकीय अधिवक्ता ने क्या बताया
जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी श्याम सुंदर मिश्रा ने बताया कि नए कानून में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। उदाहरण के लिए, हत्या के अपराध के लिए अब धारा 302 के स्थान पर धारा 103 का प्रयोग होगा। सात वर्ष से अधिक सजा वाले अपराधों में फॉरेंसिक रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई है। इसके अलावा, गंभीर अपराधों में आरोपियों को हथकड़ी लगाने का प्रावधान भी किया गया है।

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