पुल पर लटकी यात्रियों से भरी बस : टूटी हुई थी रेलिंग, एक बच्चा पानी में गिरा, मंगवानी पड़ी जेसीबी

UPT | पुल पर लटकी यात्रियों से भरी बस

Aug 30, 2024 17:21

बहराइच के खैरीघाट थाना क्षेत्र में रखौना गांव के पास सरयू नहर पर बने पुल पर एक यात्रियों से भरी डबल डेकर बस लटक गई, जिससे सवार यात्रियों की सांसें थम गईं।

Short Highlights
  • पुल पर लटकी यात्रियों से भरी बस
  • टूटी हुई थी पुल की रेलिंग
  • दो घंटे तक बाधित रहा आवागमन
Bahraich News : बहराइच के खैरीघाट थाना क्षेत्र में रखौना गांव के पास सरयू नहर पर बने पुल पर एक यात्रियों से भरी डबल डेकर बस लटक गई, जिससे सवार यात्रियों की सांसें थम गईं। चालक ने अपनी सूझबूझ दिखाते हुए बस को किसी तरह नियंत्रित किया। इस दौरान एक बालक बस से गिरकर पानी में चला गया, जिसे मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने छलांग लगाकर डूबने से बचा लिया।

टूटी हुई थी पुल की रेलिंग
घटना की जांच के दौरान यह सामने आया कि पुल की दोनों रेलिंग टूटी हुई थी और पुल संकरा ी था। स्थानीय निवासी उग्रसेन सिंह चौहान 'बंधु', मनोज बाजपेई, और मैनुदीन शाह ने बताया कि उन्होंने कई बार पीडब्ल्यूडी और नहर विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ एसडीएम को शिकायती पत्र सौंपकर पुल की मरम्मत करने की मांग की थी, लेकिन विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। पिछले चार महीने में भी एक बोलेरो कार इसी पुल से गिरकर नहर में जा गिरी थी।

दो घंटे तक बाधित रहा आवागमन
आज सुबह, इमामगंज खैरीघाट मार्ग पर एक निजी बस नहर पर बने संकरे पुल में फंस गई, जिससे बस में सवार यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर पहुंचे राहगीरों ने यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। क्रेन की मदद से बस को पुल से हटा कर किनारे किया गया, लेकिन इस घटना के कारण सड़क पर लगभग दो घंटे तक आवागमन बाधित रहा। स्थानीय पुलिस ने क्रेन को मौके पर बुलाया और यातायात को सुचारू करने की कोशिश की।

कई पुलों की हालत खस्ता
गोंडा-बहराइच मार्ग के मंगल नगर चौराहे से वीरपुर भोज की ओर जाने वाली पक्की सड़क पर स्थित बिसुही नदी का पुल अत्यंत जर्जर स्थिति में है। पुल की रेलिंग टूटी हुई है और पुल के ऊपर गहरे गड्ढे हो गए हैं, जिससे लोगों को आवागमन में गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। विशेष रूप से बरसात के दिनों में बिसुही नदी का जलस्तर बढ़ने पर पुल के ऊपर से पानी बहने लगता है, जिससे पुल का अनुमान लगाना मुश्किल हो जाता है। इस स्थिति में लोग अपनी जान जोखिम में डालकर यात्रा करते हैं, जो खासकर स्कूल जाने वाले बच्चों और बाहरी लोगों के लिए खतरनाक साबित हो रही है।

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