Oct 14, 2024 01:37
https://uttarpradeshtimes.com/gonda/bahraich/big-news-from-bahraich-there-was-a-ruckus-during-idol-immersion-in-maharajganj-of-the-district-one-youth-died-due-to-bullet-injury-44380.html
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का आदेश दिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित करें।
Short Highlights
- मूर्ति विसर्जन के दौरान छत से चलाए पत्थर, युवक को घर में घसीट कर मारी गोली
- माहौल बिगाड़ने वालों पर सीएम योगी सख्त, 25 गिरफ्तार, एसएचओ और चौकी प्रभारी सस्पेंड
- प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक-करीब 15 से 20 राउंड गोली चली
Bahraich News : बहराइच के महसी तहसील के हरदी थाना क्षेत्र में रविवार को मूर्ति विसर्जन के दौरान दो समुदायों में विवाद हो गया। आरोप है इस दौरान महराज गंज कस्बे में दूसरे समुदाय की ओर से पथराव और फायरिंग की गई। इसमें मूर्ति विसर्जन में शामिल रेहुवा निवासी राम गोपाल मिश्रा (22 वर्ष) गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं गोली चलने और पथराव की वजह से 12 लोग घायल हो गए हैं। घटना की सूचना एसडीएम अखिलेश कुमार, बीडीओ महसी हेमंत कुमार ने जिला मुख्यालय दी। दो घंटे तक चले उपद्रव के बाद शाम करीब 6:10 बजे डीएम मोनिका रानी, एसपी वृंदा शुक्ला भारी पुलिस बल, पीएसी के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने इस घटना के बाद करीब 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनसे पूछताछ जारी है।
युवक की मौत से गुस्साए परिजनों ने व विसर्जन में शामिल रहे लोगों ने मेडिकल कॉलेज के बाहर शव रखकर जाम लगा दिया। विरोध प्रदर्शन के कारण शहर में विसर्जन रुक गए हैं। अस्पताल चौराहे पर मूर्तियां खड़ी कर दी गई हैं। सूचना पर पर हरदी समेत कई थानों की पुलिस और पीएसी को भेजा गया। विवाद बढ़ते देख हालात को नियंत्रित करने के लिए पीएसी ने लाठीचार्ज कर दिया। आला अफसर समेत महसी विधायक मौके पर पहुंचे है। घटना के बाद मौके पर भगदड़ मच गई जिससे हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। रामगोपाल की मौत के बाद मेडिकल कॉलेज में जिंदाबाद-मुर्दाबाद के नारे लग रहे हैं।
सीएम योगी बोले-बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने वाले बचेंगे नहीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का आदेश दिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि प्रतिमा विसर्जन का कार्य बिना किसी रुकावट के जारी रहना चाहिए और धार्मिक संगठनों से संवाद कर समय पर प्रतिमा विसर्जन कराया जाए। उन्होंने जनता को सुरक्षा की गारंटी देते हुए प्रशासन व पुलिस अधिकारियों को घटनास्थल पर मौजदूगी सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जिनकी लापरवाही से इस प्रकार की घटना घटित हुई, उनकी पहचान की जाए और उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।
जनपद बहराइच के महसी में माहौल बिगाड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
सभी को सुरक्षा की गारंटी, लेकिन उपद्रवियों और जिनकी लापरवाही से घटना घटी है, ऐसे लोगों को चिह्नित कर कठोरतम कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
प्रतिमा विसर्जन जारी रहेगा। प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को मौके पर…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 13, 2024
क्या बोले महसी विधायक
महसी विधायक सुरेश्वर सिंह ने बताया कि लापरवाही बरतने वाले कई पुलिकमिर्यों पर कार्रवाई की मांग की गई थी, जिसके चलते उनको सस्पेंड कर दिया गया है। आरोपी भी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। दुर्गा प्रतिमाएं अब विसर्जित करने के लिए जा रही हैं। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष श्याम करण टेकरीवाल ने बताया- आज शाम को शांति से प्रतिमा विसर्जन हो रहा था। महराजगंज में दुर्गा पूजा जुलूस पर पथराव किया गया। हमारे हिंदू संगठन के कार्यकर्ता को गोली मारी गई है। उसे कई गोलियां लगी हैं। ऐसा लगता है उसे जानबूझकर मारा गया। दो कार्यकर्ता घायल हुए हैं। सभी मूर्तियों का विजर्सन रोक दिया गया है। प्रशासन विधायक से बात करे। हमें संतुष्ट करे। इसमें कड़ी कार्रवाई करे। अचानक एक गोली लगती है कि किसी के 5 या 10 गोली नहीं लगती है।
भेजा गया अतिरिक्त पुलिस बल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से त्योहारों पर सुरक्षा प्रबंध को लेकर दो बार वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए वरिष्ठ अधिकारियों को दिशा-निर्देश देने के बावजूद गोरखपुर जोन के कुछ जिलों में प्रतिमा विसर्जन के दौरान माहौल बिगड़ गया। बहराइच में प्रतिमा विसर्जन के दौरान भड़की सांप्रदायिक हिंसा में चार युवकों को गोली लगने की घटना हुई, जिसमें एक युवक की मौत के बाद हालात बेकाबू हो गए। डीजीपी मुख्यालय ने हालात पर काबू पाने के लिए दो कंपनी पीएसी बहराइच भेजी गई है। इसके अलावा आसपास के जिलों से भी पुलिस बल बुलाया गया है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि हिंसा में एक युवक की मौत के बाद कुछ जगहों पर आगजनी हुई है। हालात पर काबू पाने के लिए एडीजी जोन गोरखपुर केएस प्रताप कुमार और डीआईजी रेंज देवीपाटन अमरेंद्र प्रताप सिंह को मौके पर भेजा गया है। उन्होंने कहा कि गोंडा और बलरामपुर में छिटपुट घटनाएं हुई थीं, हालांकि दोनों जगहों पर स्थिति नियंत्रण में है।
कैसे हुआ विवाद
महराजगंज बाजार में दुर्गा प्रतिमा का विर्सजन हो रहा था। यात्रा में शामिल लोग नाचते-गाते और जयकारा लगाते जा रहे थे। इसी दौरान दूसरे समुदाय के लोगों ने डीजे बंद करने को कहा। इस पर विवाद हो गया। मामला बढ़ने पर गैर समुदाय के लोगों ने भीड़ पर पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद उपद्रवियों की ओर से फायरिंग शुरू हो गई। फायरिंग में रेहुवा मंसूर गांव का रहने वाला राम गोपाल मिश्रा (22) पुत्र कैलाश नाथ घायल हो गया। उसे जिला अस्पताल भेजा गया, जहां उसकी मौत हो गई। इसके अलावा रेहुआ मंसूर निवासी 30 साल का राजन भी गोली लगने से घायल हुआ है। पत्थरबाजी में तिवारी पुरवा निवासी 22 साल के सुधाकर तिवारी के सिर में चोट लगी है। वहीं, युवक की मौत की सूचना मिलते ही इलाके में तनाव फैल गया। मृतक के परिजनों ने मेडिकल कॉलेज के सामने शव रखकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। तनाव को देखते हुए मौके पर पहुंची पुलिस लोगों को समझाने का प्रयास कर रही है।
आगजनी में चार घर जले
इस बीच आगजनी में 4 मकान जलकर राख हो गए हैं। गांव के लोगों ने चारों तरफ कई लोगों को घेर रखा है। शहर की प्रतिमाओं का विसर्जन रोक दिया गया है। इसके अलावा फखरपुर, राम गांव, कैसरगंज क्षेत्र की दुर्गा प्रतिमाओं का भी विसर्जन रोक दिया गया है। प्रत्यक्षदर्शी वैभव मिश्रा ने बताया कि हम लोग मूर्ति ले जाकर जा रहे थे। इसी दौरान अब्दुल हमीद के घर से अचानक पथराव शुरू हो गया। वहां पर पुलिस थी, लेकिन उसने कोई कार्रवाई नहीं की। हमारे बड़े भाई ने आगे बढ़कर उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने उन लोगों को धक्के देकर अंदर कर दिया। इस दौरान 15 से 20 गोलियां चलीं। पुलिस ने हम लोगों पर ही लाठीचार्ज कर दिया। हम चाहते हैं, थाना पुलिस पर कार्रवाई हो।
एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी अखिलेश बाजपेयी ने बताया कि महराजगंज में मूर्ति पर ईंटें चलाए गए हैं। हम वहां से पैदल भागकर आए। अपनी जान बचाई। अब्दुल हमीद के बेटे ने ईंटें मारी हैं। पुलिस वालों से कार्रवाई के लिए कहा तो उन्होंने हम पर लाठी चलाना शुरू कर दिया। उन लड़कों पर कार्रवाई नहीं की। इंस्पेक्टर साहब ने खुद लाठी चलाई। दो लोगों को गोली लगी है। एक की मौत हो गई। सारी मूर्ति तोड़ दी गई हैं। मेरे ऊपर सीओ साहब ने लाठी चलाई है। कोई नेता और विधायक मौके पर नहीं पहुंचा।
लगे योगी आदित्यनाथ जिंदाबाद के नारे
गुस्साए लोगों ने देर रात करीब 11:30 बजे नानपारा-लखीमपुर हाईवे भी जाम कर दिया। इस बीच डीएम-एसपी के खिलाफ नारेबाजी के बीच सीएम योगी जिंदाबाद के नारे भी लगे। गुस्साए लोग लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर लगातार कार्रवाई की मांग करते रहे।
हरदी एसएचओ व महसी चौकी प्रभारी निलंबित
विसर्जन जुलूस पर मस्जिद से पथराव के बाद उग्र हुई भीड़ व गोली मारने के बाद और बिगड़े हालात को काबू करने में नाकाब एसएचसओ व तहसील चौकी प्रभारी को प्रथम दृष्टया लापरवाह पाए जाने पर एसपी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। कई और पुलिस कर्मियों पर भी कार्रवाई की गाज गिर सकती है। इसके साथ ही एसपी वृंदा शुक्ला ने हत्यारे की गिरफ्तारी को लेकर एक अलग से टीम भी गठित कर दी है, जो तलाश में निकल चुकी है। वह खुद कस्बे में संदिग्धों के घरों में तलाशी करा रही हैं। बताया जा रहा है कि घरों से तलवार समेत हथियार भी बरामद किए गए हैं। छतों पर ईंट व पत्थर भी डंप पाए गए हैं। इससे लगता है कि उपद्रव को लेकर पहले से ही तैयारी की गई थी। हालांकि एसपी ने बताया कि संदिग्धों की तलाश की जा रही है। इस मामले से जुड़े एक भी आरोपी को बक्शा नहीं जाएगा। उन पर कड़ी कार्रवाई होगी।
महसी सीओ पर भी लगे गंभीर आरोप
महराजगंज की घटना के बाद सबसे ज्यादा आरोप पुलिस व प्रशासन पर लगे। घटना के बाद लोगों ने आरोप लगाया कि गाने को लेकर जब दूसरे समुदाय की ओर से गाली-गलौज की गई तो पुलिस व प्रशासन के जिम्मेदार मूकदर्शक बने रहे। आरोप है कि मौके पर एसओ मौजूद भी नहीं रहे। आरोप है कि जब पथराव हुआ और पूजा समितियों के लोगों ने प्रदर्शन किया तो पुलिस ने उन पर ही लाठी चार्ज कर दिया, जिससे भगदड़ मच गई और दूसरे समुदाय के लोग रामगोपाल को घर में उठा ले गए, जहां उनके साथ बर्बरता के बाद गोली मार दी गई।
ये हुए हैं घायल
- रेहुआ मंसूर निवासी राजन (30 वर्ष)
- तिवारी पुरवा निवासी सुधाकर तिवारी (22 वर्ष)
- सिपहिया प्यूली निवासी दिव्यांग सत्यवान (42 वर्ष )
- अखिलेश बाजपेई (52 वर्ष)
जानें पूरी घटना क्रम
- शाम 5 बजे से विवाद शुरू हुआ
- शाम 5:30 बजे पुलिस ने लाठीचार्ज किया
- शाम 6:00 बजे के करीब रामगोपाल को गोली मारी गई
- शाम 6:15 बजे रामगोपाल की मौत, समिति सदस्य मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे
- शाम 7:00 बजे से शुरू प्रदर्शन हुआ, सड़क जाम किया
सवालों पर पुलिस ने साधी चुप्पी
- पीस कमेटी की बैठक में ही तनाव की आशंका तो पुलिस ने विसर्जन के लिए अतिरिक्त इंतजाम क्यों नहीं किए?
- शनिवार को गोंडा व बलरामपुर में विसर्जन के दौरान हंगामा तो सटे जिले में सावधानी क्यों नहीं बरती गई?
- विसर्जन जुलूस के साथ अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम क्यों नहीं किया गया?
- हंगामे की शुरुआत पर क्यूआरटी को क्यों नहीं मौके पर भेजा गया?
- पुलिस ने सिर्फ दुर्गा पूजा समिति सदस्यों को क्यों निशाना बनाकर किया लाठीचार्ज?दूसरे पक्ष पर सख्ती क्यों नहीं दिखाई?
- दूसरे पक्ष की संख्या अधिक होने पर क्यों नहीं तत्काल की गई निरोधात्मक कार्रवाई? वज्र वाहन कहां था?
- आला अफसर क्यों देर से पहुंचे और कार्रवाई के नाम पर क्यों साधे रखे चुप्पी?
- युवक की हत्या के बाद भी देर रात तक कार्रवाई से क्यों काटते रहे कन्नी?