गोण्डा जिला अस्पताल की बदहाल व्यवस्था : मरीज के बिस्तर पर सोता दिखा कुत्ता, स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह लापरवाह

UPT | बेड पर सोरहा आवारा कुत्ता।

Dec 09, 2024 14:21

गोण्डा जिले के सरकारी जिला अस्पताल में एक चौंकाने वाली लापरवाही सामने आई है जहां अस्पताल के वार्ड में मरीजों के बेड पर आवारा कुत्ते आराम फरमा रहे हैं। एक वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक आवारा कुत्ता मरीज के लिए निर्धारित बेड पर सो रहा है,जबकि वह बेड किसी मरीज को दिया जाना था। इस वीडियो ने अस्पताल प्रशासन की सुरक्षा और साफ-सफाई के दावों की पोल खोल दी है।

Gonda News : गोण्डा जिले के सरकारी जिला अस्पताल में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है, जब एक वायरल वीडियो में देखा गया कि अस्पताल के वार्ड में आवारा कुत्ते मरीजों के बेड पर आराम फरमा रहे हैं। इस वीडियो ने अस्पताल प्रशासन के सुरक्षा और साफ-सफाई के दावों की पोल खोल दी है।  

अस्पताल में आवारा कुत्तों की मौजूदगी 
वायरल वीडियो में एक कुत्ता एक मरीज के लिए निर्धारित बेड पर सोता हुआ नजर आता है। यह बेड एक मरीज को दिया जाना था, लेकिन कुत्ते की मौजूदगी से साफ दिखाई देता है कि अस्पताल प्रशासन इस मुद्दे पर पूरी तरह से लापरवाह है। हैरानी की बात यह है कि अस्पताल के अधिकारियों को इस स्थिति की कोई जानकारी नहीं है और कुत्ते बेधड़क वार्ड में घूमते रहते हैं।  
  स्वास्थ्य पर पड़ने वाला असर और सुरक्षा के खतरे
यह स्थिति मरीजों के लिए गंभीर स्वास्थ्य खतरे का कारण बन सकती है, क्योंकि आवारा कुत्ते अक्सर गंदगी और बीमारियों से जुड़े होते हैं। वे अस्पताल के वातावरण में विभिन्न संक्रमण फैला सकते हैं, जिससे मरीजों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। इसके अलावा, कुत्तों द्वारा मरीजों को डराना या किसी को नुकसान पहुंचाने की संभावना भी बढ़ सकती है।  

अस्पताल प्रशासन की लापरवाही पर सवाल
यह पहली बार नहीं है कि इस तरह की घटना सामने आई है। पहले भी इस प्रकार की घटनाएं अस्पतालों में वायरल हो चुकी हैं, लेकिन जिला अस्पताल के अधिकारियों ने इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर चर्चा तेज हो गई है और अस्पताल प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठने लगे हैं।  

साफ-सफाई और सुरक्षा पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता
अस्पताल प्रशासन को इस गंभीर समस्या पर तुरंत ध्यान देना चाहिए, ताकि मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। अस्पताल में साफ-सफाई और सुरक्षा के मानकों को लेकर स्वास्थ्य विभाग को सख्ती से निगरानी रखनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और अस्पताल में मरीजों के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।  

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