गोंडा रेलवे ट्रैक शेड में सीबीआई की बड़ी कार्रवाई : सीनियर इंजीनियर रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार, ट्रैक जांच मशीन और दस्तावेजों की जब्ती

UPT | छापेमारी करते सीबीआई के अधिकारी।

Nov 13, 2024 19:57

सीबीआई के अनुसार अरुण कुमार मिश्रा ठेकेदारों से रेलवे सामानों की लोडिंग और अनलोडिंग के नाम पर रिश्वत ले रहे थे। इस भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने के बाद सीबीआई ने गोंडा में एक सर्च ऑपरेशन शुरू किया।

Gonda News : रेलवे ट्रैक शेड में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए एक सीनियर सेक्शन इंजीनियर को रंगे हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार इंजीनियर का नाम अरुण कुमार मिश्रा है, जो गोंडा में रेलवे ट्रैक शेड में तैनात थे। सीबीआई ने उन्हें 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। इस कार्रवाई में रेलवे की एक महत्वपूर्ण ट्रैक जांच मशीन भी जब्त की गई है, जिसका उपयोग रेलवे के रखरखाव और ट्रैक की स्थिति जांचने के लिए किया जाता है।

रिश्वतखोरी का आरोप, सीबीआई की सतर्कता
सीबीआई को सूचना मिली थी कि अरुण कुमार मिश्रा रेलवे कार्यों के लिए ठेकेदारों से रिश्वत ले रहे हैं। जांच के दौरान यह पाया गया कि वह रेलवे सामानों की लोडिंग और अनलोडिंग के लिए ठेकेदारों से अवैध रूप से पैसों की मांग कर रहे थे। इस शिकायत के आधार पर, सीबीआई की टीम ने गोंडा में एक सर्च ऑपरेशन चलाया और एक सुनियोजित जाल बिछाकर ठेकेदार से रिश्वत की रकम लेते हुए मिश्रा को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।  

ट्रैक जांच मशीन और दस्तावेजों की जब्ती
सीबीआई ने इस कार्रवाई के दौरान गोंडा रेलवे ट्रैक शेड में व्यापक छानबीन की। इस छापेमारी में उन्होंने ट्रैक जांच मशीन और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। ट्रैक जांच मशीन रेलवे ट्रैक की गुणवत्ता और स्थिति जांचने के लिए प्रयोग की जाती है, जिससे संकेत मिलता है कि इस मामले में रेलवे के कार्यों में गड़बड़ी की आशंका है। मिश्रा पर आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग कर कई ठेकेदारों से रिश्वत लेकर रेलवे के कार्यों को प्रभावित किया है।  



सीबीआई की सख्ती, भ्रष्टाचार पर कड़ा रुख
सीबीआई के अधिकारियों के मुताबिक, रेलवे विभाग में भ्रष्टाचार के मामलों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। अरुण कुमार मिश्रा के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद मिश्रा को लखनऊ ले जाया गया, जहां उनसे विस्तृत पूछताछ की जाएगी।  

अन्य अधिकारियों और ठेकेदारों की जांच जारी
सीबीआई की इस कार्रवाई को एक व्यापक भ्रष्टाचार के नेटवर्क के खिलाफ बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा है। सीबीआई अब इस मामले में गहराई से जांच कर रही है और संभावित रूप से अन्य अधिकारियों और ठेकेदारों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। माना जा रहा है कि यह मामला केवल एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है, बल्कि एक बड़े रैकेट का हिस्सा हो सकता है जिसमें कई अधिकारी और ठेकेदार शामिल हो सकते हैं।  

रेलवे में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
गोंडा रेलवे ट्रैक शेड में हुए इस खुलासे को रेलवे विभाग में सुधार और पारदर्शिता बढ़ाने के प्रयासों के तहत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सीबीआई की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि रेलवे विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ अब सख्त कदम उठाए जा रहे हैं और भविष्य में भी इस तरह के मामलों में त्वरित कार्रवाई की जाएगी। अब देखना होगा कि इस कार्रवाई का प्रभाव रेलवे विभाग में क्या बदलाव लाता है और क्या इस कदम से अन्य भ्रष्टाचार के मामलों में भी कमी आ पाएगी।

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